अब कॉल ड्रॉप से मिलेगी निजात!, TRAI लाएगा ऐप

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कॉल की क्वॉलिटी सुधारने के मकसद सें दूरसंचार नियामक ट्राई एक बहुत जल्द ही एक नया ऐप लेकर आएगा. इस ऐप की मदद से आम लोग अपने टेलीकॉम ऑपरेटर की वॉयस कॉल क्वॉलिटी की रेटींग दें सकेंगे. साथ ही टेलीमार्केटिंग करने वालों की अनचाही कॉलों पर लगाम लगाने के लिए ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ (डीएनडी) को मजबूत करने की भी योजना बनाई है. इस कार्यक्रम का लक्ष्य टेलीमार्केटिंग करने वाली कंपनियों द्वारा परेशान करने वाले कॉलों को रोकना है.

क्राउडसोर्सिंग के प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा
ट्राई अध्यक्ष आरएस शर्मा ने नियामक के 20 साल पूरा होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ये ऐप मोबइल कंपनी के ग्राहकों क्राउडसोर्सिंग के प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा. हम दो उपाय करने जा रहे हैं, पहला उपाय है कि ग्राहक कॉल पूरा होने के बाद कॉल गुणवत्ता माप सकें. वे कह सकते हैं कि उनके लिए यह कॉल कैसा रहा और वह रेटिंग दे सकते हैं. दूसरी पहल वर्तमान डू नॉट डिस्टर्ब प्रणाली को मजबूत करेगी. फिलहाल डीएनडी रजिस्ट्री की व्यवस्था है जिससे दूरसंचार कंपनियां टेलीमार्कर कंपनियों को प्रचार-प्रसार संबंधी अवांछनीय कॉल करने से रोकती हैं.

पीएम मोदी ने कॉल ड्रॉप की समस्या पर जताई थी चिंता
गौरतलब है कि पहले भी ट्राई क्वॉलिटी सुधारनें के मकसद ट्राई ने प्रस्ताव रखा है कि सर्विस प्रोवाइडर को कॉल ड्रॉप और सेवाओं की खराब गुणवत्ता के लिए मोबाइल ग्राहकों को मुआवजा देना चाहिए. उपभोक्ताओं को किस तरह से मुआवजा मिलना चाहिए, ट्राई ने इसके लिए एक प्रक्रिया भी सुझाई थी. जो पांच सेकेंड में कट जाती है उस पर शुल्क नहीं लगना चाहिए. यदि कॉल पांच सेकेंड के बाद किसी समय कटती है, तो शुल्क लगाने के लिए कॉल की आखिरी पल्स को शामिल नहीं किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में कॉल ड्रॉप की समस्या पर चिंता जताई थी.

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