अब चप्पल वाला प्लेन में उड़ेगा-मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में सस्ती उड़ान की शुरुआत की. पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल की भूमि का युवा देश में नया बदलाव ला सकता है. मोदी ने कहा कि अगर युवाओं को अवसर मिलेगा तो वे देश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल देंगे.

पहले एयरलाइंस में राजा महाराजा ही सफर करते थे, उस समय एयरलाइंस में भी राजा महाराजा का फोटो लगा था. मेरे कहने के बाद उसके लोगो में अटल जी की सरकार के समय आर.के. लक्ष्मण के कॉमन मैन के लोगो को लगाया गया. देश का गरीब हवाई चप्पल पहनता है, मैं चाहता था कि हवाई चप्पल वाला व्यक्ति हवाई जहाज में बैठे. आज वो बात सच हो रही है.

मोदी ने कहा कि भारत में हवाई सेवा के विस्तार के लिए काफी अवसर है. उन्होंने कहा कि हवाई सर्कुलर रुट बनेगा तो सिख यात्री इसका लाभ उठा सकेंगे. मोदी ने कहा कि अगले एक साल में 30 से 35 एयरपोर्टों से कनेक्टिविटी को जोड़ेंगे. मोदी बोले कि टीयर – 2 के शहरों को हवाई सुविधा से जोड़ना लक्ष्य है.

पीएम मोदी ने कहा कि हवाई सफर से कई लोगों का समय बचेगा. मोदी ने कहा कि सब उड़े, सब जुड़ें. उन्होंने कहा कि इस सुविधा से हिमाचल प्रदेश के टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलेगा. मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के जल शक्ति और वायु शक्ति को मजबूत होना काफी जरूरी.

2016 में हुई थी शुरुआत
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने उड़ान की शुरुआत अक्टूबर 2016 में रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम के तहत की गई थी. इस महत्वाकांक्षी स्कीम का मकसद हवाई उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और किराया कम रखना. जिससे छोटे शहर के लोग उड़ान स्कीम का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकें.

शिमला से दिल्ली के बीच की पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाने के अलावा पीएम मोदी दो और फ्लाइट्स को हरी झंडी दिखाई. एयर इंडिया की क्षेत्रीय इकाई अलायंस एयर के तहत इन फ्लाइट्स को ऑपरेट किया जाएगा. 15 जून 2016 को शुरु हुई नैशनल सिविल एविएशन पॉलिसी का उड़ान अहम हिस्सा है. इस स्कीम के तहत हवाई यात्रा के लिए 500 किलोमीटर और 1 घंटे के सफर की कीमत 2,500 रखी गई है. इसी आधार पर अन्य रुटों का भी किराया निर्धारित किया गया है. पीएम मोदी के क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विजन को पूरा करते हुए एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू ने 128 रूट्स और 5 ऑपरेटरों को उड़ान स्कीम में शामिल किया है.

उड़ान स्कीम की अहम बातें-
उड़ान स्कीम के तहत 45 ऐसे एयरपोर्ट्स जो सेवा में नहीं हैं, उन्हें एयर नेटवर्क में कनेक्ट किया गया है. छोटे शहर टियर-2 और टियर-3 के 13 एयरपोर्ट्स, जहां ज्यादा फ्लाइट्स नहीं चलती थीं वहां अब अधिक फ्लाइट्स होंगी. जिससे इन शहरों के लोगों को उड़ान स्कीम का फायदा मिल सकें. उड़ान के तहत 5 ऑपरेटर्स का चयन हुआ है जोकि एयर इंडिया की सब्सिडियरी अलाइड सर्विसेज, स्पाइसजेट, एयर डेक्कन, एयर ओडिशा, टर्बो मेघा हैं. सिविल सेक्रटरी आरएन चौबे ने बताया, हर फ्लाइट में 50 प्रतिशत सीटें 500 किलोमीटर या 2,500 रुपए एक घंटे के रेट पर होंगी.

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू के मुताबिक इन सेवाओं के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं होंगे-

-कानपुर से दिल्ली के लिए स्पाइसेजट की सेवा अगस्त में शुरू होगी, जबकि कानपुर से वाराणसी और दिल्ली के बीच सितम्बर में एयर ओडिशा के विमान उड़ान भरेंगे.

-अलायंस एय़र आगरा से जयपुर की उड़ान जून में शुरू करेगी, जबकि अगस्त में एय़र डेक्कन ने आगरा और दिल्ली के बीच उड़ान सेवा शुरु करने की तैयारी कर रखी है.

-दिल्ली से शिमला के बीच अलायंस एय़र और एयर डेक्कन, दोनों ने ही अगले महीने सेवा शुरु करने का लक्ष्य रखा है.

-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर से विलासपुर और बिलासपुर से रायपुर के बीच सितम्बर में एय़र ओडिशा अपनी सेवा शुरू करेगी.

-सितम्बर में ही जगदलपुर से रायपुर और विशाखापत्तनम के बीच सेवाएं शुरू हो जाएंगी.

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