छिन्दवाड़ा – (ईपत्रकार.कॉम) |जिले में आगामी 21 सितंबर से नवरात्र, 30 सितंबर को दशहरा और एक अक्टूबर को मोहर्रम का पर्व परम्परागत रूप से शांति, सौहार्द्र और सदभावनापूर्वक मनाने का निर्णय आज कलेक्टर श्री जे.के.जैन की अध्यक्षता में जिलाध्यक्ष कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न शांति समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में नगर निगम महापौर श्रीमती कांता सदारंग और अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र मिगलानी, अंजुमन सदर श्री जाकिर खान, रामलीला मंडल अध्यक्ष, शांति समिति के सदस्यगण व पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, अतिरिक्त कलेक्टर श्री आलोक श्रीवास्तव, संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि परम्परानुसार जो कार्यक्रम चल रहे है, उतने ही स्थलों पर कार्यक्रम रखे जाये। सार्वजनिक स्थलों पर अनुमति लेकर ही एन.जी.टी. के निर्देशों के अनुसार दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाये। कलेक्टर ने अनुमति के लिये सिंगल विंडो बनाने के निर्देश दिये और जिले के सभी थाना स्तर पर भी शांति समिति की बैठक लेकर त्यौहारों को शांति और सद्भावपूर्वक मनाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि गरबा का कार्यक्रम शालीनता और भक्तिमय तथा सुव्यवस्थित रूप से हो। बैठक में आवारा पशुओं को लेकर भी चिंता व्यक्त कर समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। सदस्यों द्वारा आयोजन स्थलों और विसर्जन स्थलों पर आवश्यक व्यवस्थायें बनाने के संबंध में सुझाव दिये गये। बैठक में निर्णय लिया गया कि समिति अपनी व्यवस्था के अनुसार ही दुर्गोत्सव का कार्यक्रम आयोजित करें, उत्सव में शस्त्र प्रदर्शन नहीं करें और चायना के फटाकों का उपयोग भी नही करें। भंडारे में ताजा भोजन ही रहे और भंडारा वितरणकर्ता यह सुनिश्चित करे कि भंडारे में स्वच्छ और ताजी खाद्य सामग्री ही रहे।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि आध्यात्मिक भावना के साथ सभी त्यौहारों को हर्षोल्लासपूर्वक मनाये। उन्होंने नवरात्र के दौरान दुर्गोत्सव पंडालों के आसपास, दशहरा मैदान, चल समारोह मार्ग, मूर्ति विसर्जन स्थल, करबला चौक, ईद मिलादुन्नवी मैदान आदि में साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था, ट्राफिक और पुलिस व्यवस्था, तैराक और नाव आदि की व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाये सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने कहा कि पुलिस प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि शांति और कानून व्यवस्था, आवागमन और सुरक्षा व्यवस्था अच्छी तरह से बनाई जाये। सभी त्यौहारों के दौरान दुर्गोत्सव पंडालों, दशहरा मैदान, विसर्जन स्थल और मोहर्रम के कार्यक्रमों के दौरान सभी व्यवस्थाये पूर्व की तरह सुनिश्चित की जायेगी। बैठक में बताया गया कि दुर्गा विसर्जन 30 सितंबर से प्रारंभ होकर एक अक्टूबर की रात तक चलेगा। इसी प्रकार चांद नजर आने के बाद 22 सितंबर से एक अक्टूबर तक मोहर्रम का पर्व शांतिपूर्वक मनाया जायेगा।