अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से राष्ट्रपति पद की शपथ ली है, तब से विवाद खड़ा हो गया है. ट्रंप के फैसले कई लोगों को भा नहीं रहे हैं. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप अपने फैसलों को अडिग हैं. एक बार फिर उन्होंने इस्लाम विरोधी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके मददगार मौत की ताकतों को, जो तबाही को पूजते हैं खत्म करके रहेंगे.
उन्होंने कहा कि हम एक दुश्मन के खिलाफ रहे हैं, जो मौत का जश्न मनाते हैं और पूरी तरह तबाही को पूजते हैं. कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी हमारी होमलैंड पर निशाना साध रहे हैं. जैसा कि उन्होंने 9/11 किया, जो उन्होंने बोस्टन से ऑरलैंड, सैन बर्नार्डिनो और पूरे यूरोप में किया.
वहीं, ट्रम्प ने आगे कहा कि इसलिए हम इन मौत और तबाही की ताकतों को बेहद एकजुटता के साथ मैसेज देते हैं कि अमेरिका और उसके साथी इन्हें हरा देंगे. हम कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद को हरा देंगे. इन्हें हम अपने देश में जड़ें नहीं जमाने देंगे. हम इन्हें यह इजाजत नहीं देने वाले. उन्होंने अरोप कहा कि प्रेस बहुत-बहुत बेईमान है. यह आतंकवाद की घटनाओं की खबर नहीं देना चाहते. इसकी वजह है, जो आप जानते हैं.