घर की सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक होता है किचन। किचन से ही सभी को खाना मिलता है। घर के इसी किचन से सभी के लिए प्यार से खाना बनाकर परोसा जाता है। जिससे घर के सभी लोग स्वस्थ होते हैं और अपने कामों में निरंतरता बना पाते हैं। हमारी सेहत को बनाए रखने में सहायक किचन कई बार हमारी सेहत को खराब करने की भी वजह बन जाता है। इसकी बड़ी वजह किचन में इस्तेमाल होने वाले बर्तन होते है। महिलाएं कई बार अपना किचन साफ सुथरा रखती हैं। साथ ही खाने को भी बड़ी ही सावधानी और हाईजीन के साथ बनाती हैं, फिर भी घर के लोग हमेशा बीमार रहते हैं। इसकी वजह होते हैं बर्तन।
बाजार में घूमते हुए अगर महिलाओं को कोई डिनर सेट दिख जाए, तो जब तक महिलाएं उस डिनर सेट को अपने घर पर न ले आए तब तक उन्हें चैन नहीं पड़ता। खूबसूरत डिनर सेट लाकर कई बार आप बीमारियों को घर पर दावत ही दे देती हैं। इसलिए आज हम आपको किचन में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों के बारे में बता रहे हैं कि इनसे आपकी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है।
1. प्लास्टिक कुकवेयर
आपके किचन में मौजूद प्लास्टिक कुकवेयर आपको बीमार कर सकते हैं। अक्सर हम अपना खाना माइक्रोवेव में गर्म करने के लिए प्लास्टिक के कंटेनर का ही इस्तेमाल करते है। प्लास्टिक के कंटेनरों में खाना गर्म करने से कुछ केमिकल्स बनते हैं। जिनसे सीधे तौर पर हमारा पचान तंत्र खराब होता है। रिसर्च में देखा है कि इन केमिकल्स से कैंसर होने का खतरा बना रहता है। इसलिए माइक्रोवेव के लिए बनाई गई प्लास्टिक का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
पानी की जिन बोतलों का हम इस्तेमाल करते है उनमें भी रेटिंग होती है। यह 1 से 7 तक रेटिंग प्रदान की जाती हैं। इन पानी की बोतलों के नीचें एक ट्राइेऐंगल बना होता है। जिसमें यह रेटिंग लिखी होती हैं। 1 नंबर वाली बोतल ठीक होती हैं। इसके बाद के नंबरों से पता चलता है कि इस बोतल के निर्माण में कितने टॉक्सिक का इस्तेमाल किया गया है। लेकिन पानी की बोतलों में गर्म पानी और तेज धूप में रखने से भी बचें। साथ ही जूस और कोल्ड ड्रिंक में पानी को रखने से भी बचना चाहिए।
2. नॉन स्टिक कुकवेयर
आज के दौर में हमारे किचन टैफलोन कोटेड बर्तनों का इस्तेमाल खूब किया जाता है। इसमें खाना बनाना आसान होता है। साथ ही यह आसानी से साफ भी हो जाते है। इसी के चलते हमारे किचन में इन बर्तनों ने अपनी विशेष जगह बना ली है। इन बर्तनों को बनाने में एक विशेष तरह के केमिकल का इस्ते माल किया जाता हैं। जिसके निरंतर इस्तेमाल करने से इसका सीधा असर भू्रण पर पड़ता है। इससे बच्चें के दिमाग का विकास नहीं हो पाया है। साथ ही कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।
3. मेलामाइन कुकवेयर
मेलामाइन कुकवेयर का इस्तेमाल उबालने वाली चीजों के लिए नहीं करना चाहिए। मेलामाइन से बने प्लास्टिक बोल्स में खाना गर्म करने से किडनी का स्टोन होने का खतरा रहता है। मेलामाइन बोल्स में सामान्य तापमान में ही खाना रखना चाहिए। इसमें एसिडिक या लिक्विड फूड को नहीं रखना चाहिए।
4. स्टील कुकवेयर
यह हमारे किचन में बेहद ही कम हानिकारक होते है। आजकल बाजार में एल्युमिनियम और कॉपर की परत वाले स्टील के बर्तन मिलने लगे है। यह गर्म खाने को ज्यादा देर तक गर्म रखते हैं। इससे खाने में टॉक्सिक पदार्थ नहीं आ पाते है। इन बर्तन को स्टील वूल से साफ करने से बचें।
5. ग्लास कुकवेयर
अधिक समय तक ग्लास के बर्तनों का इस्तेमाल करने से सेहत पर नुकसान होने लगता है। पुराने ग्लास के बर्तनों से लीड टॉक्सिसिटी की समस्यां होने लगती है। लेकन कई वर्षों से इसे सेफ भी बनाया गया है।