बैतूल- (ईपत्रकार.कॉम) |पानी रोको अभियान के तहत सोमवार को चिचोली और भीमपुर ब्लाक की कार्यशालाएं सम्पन्न हुईं। दोनों कार्यशालाओं में जल प्रबंधन की तकनीकियां सिखाते हुए जिला जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष तथा भारत भारती के सचिव श्री मोहन नागर ने कहा कि जल प्रबन्धन का सिद्धान्त है कि पानी दौडऩा और चलना नहीं चाहिए, पानी रेंगना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि पानी दस मीटर से ज्यादा नहीं बहे। हम उसके लिए धरती में ऐसी संरचनाएं तैयार करें कि पानी रेंगते-रेंगते जमीन में समा जाए और हम जहाँ कुआं-तालाब या बोरवेल चाहते हैं वहाँ पानी निकले। मेढ़ बंधान, पौधरोपण, खंतियाँ, खेत की गहरी जुताई आदि के द्वारा हम जल को बहने से रोक सकते हैं। श्री नागर ने बोरी बंधान का प्रशिक्षण देते हुए कहा कि दो बोरियों को दो-तीन फुट के अंतर से जमाकर बीच मे काली मिट्टी भरने से पानी रुकेगा।
जिला पंचायत के सहायक परियोजना अधिकारी श्री कमलेश भूमरकर ने इस अवसर पर कहा कि हमें नदी नालों में पानी कम होने के बाद श्री नागर द्वारा बताई गई तकनीक से बोरी बंधान करना है। उन्होंने सरपंच सचिवों से स्वच्छता अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि हमें शीघ्र ही दोनों विकासखंड को खुले में शौच से मुक्त करना है।
इस अवसर पर चिचोली जनपद उपाध्यक्ष श्री शंकर चढ़ोकार, समाजसेवी श्री मदन शुक्ला, जनपद पंचायत सीईओ सहित जन अभियान परिषद के ब्लाक समन्वयक, सरपंच, सचिव, नरेगा, आरईएस के इंजीनियर, एसडीओ उपस्थित थे।