किसानों की मण्डी में विक्रय फसल का भुगतान करावे – कलेक्टर

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भिण्ड – ईपत्रकार.कॉम | कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत जिले में पंजीकृत 5366 किसानो द्वारा अपनी खरीफ फसल मूंग, उडद, तिल, अरहर का पंजीयन कराया गया है। किसानों की मण्डी में विक्रय फसल का भुगतान मण्डी सचिव एवं अधीनस्थ अधिकारी कराने की व्यवस्थाओ को अंतिम रूप प्रदान करें। वे आज एनआईसी भिण्ड में विभागीय अधिकारी, मण्डी सचिव एवं अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक में उन्हें दिशा निर्देश दे रहे थे।

बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील शर्मा, सीएमएचओ डॉ. जेपीएस कुशवाह, उप संचालक कृषि श्री एमपी शर्मा, महाप्रबंधक विद्युत श्री राजीव गुप्ता, उद्योग श्री अनूप चौबे, प्राचार्य एमजेएस श्रीमती मंजू अवस्थी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाऐं श्री सीके त्रिपाठी, डीपीसी श्री संजीव शर्मा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री एमएस अम्ब, परियोजना अधिकारी शहरी विकास श्री आईएस नेगी, आपूर्ति अधिकारी श्री एसबी सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री केएल शेजवार, प्रबंधक ई गवर्नेश श्री सौरभ उपाध्याय, आरटीओ सुश्री अर्चना परिहार, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी श्री एसएस ठाकुर, आरईएस श्री आलोक तिवारी, जिले के मण्डी सचिव एवं संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि जिले की मण्डियों में किसानों द्वारा विक्रय की जाने वाली खरीफ फसल का नगद भुगतान और ई-पेंमेट के माध्यम से करने की व्यवस्था जारी रखी जावे। उन्होने कहा कि मण्डियों में विक्रय के लिए आने वाली फसल का निरीक्षण नियमित रूप से विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि माल बेचने में किसानो को कोई कठिनाई नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगद खरीदी सीमा से ऊपर आरटीबीएस के माध्यम से भी किसान की फसल का भुगतान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मण्डियों में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत किसानों की क्रय की जा रही फसल के दिशा निर्देश के होर्डिंग लगवाए जावे। साथ ही भुगतान सिस्टम की दिशा में प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि, सहकारिता और मण्डी समितियों के अधिकारी निरंतर अपने क्षेत्र की मण्डियों का दौरा कर किसानों की खरीफ फसल का विक्रय कराना सुनिश्चित करें। साथ ही व्यापारियों और बैंकर्स से भी चर्चा कर किसानों की फसल की व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया जावे।

कलेक्टर ने कहा कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवम्बर 2017 के लिए विगत वर्ष की भांति आवश्यक व्यवस्थाऐं संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि म.प्र.स्थापना दिवस पर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कराए जावे। साथ ही स्थापना दिवस को मनाने की दिशा में व्यवस्थित तरीके से व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जावे। उन्होंने कहा कि खसरा, खतौनी की नकल शत प्रतिशत वितरित होनी चाहिए। साथ ही सभी न्यायालयीन प्रकरण शीघ्र निराकृत कराए जावे। इसीप्रकार अविवादित नामांतरण, बटवारा, सीमांकन का कोई भी प्रकरण लंबित नहीं रहना चाहिए। इस दिशा में शत प्रतिशत कार्य राजस्व अधिकारियों द्वारा पूरा किया जावे।

कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को बैठक में न्यायालयीन प्रकरणों के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही बेहतर प्रशासन देने की दिशा में राजस्व न्यायालयो को बेहतर बनाने के लिए दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में 24 राजस्व न्यायालय कोर्ट है। जिसके लिए विभागीय अधिकारीवार निरीक्षण का दायित्व दिया गया है। जिसकी रिपोर्ट शीघ्र जिला कलेक्टर को प्रेषित की जावे। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारीवार बिन्दुवार राजस्व न्यायालयो का निरीक्षण करने की समझाईस दी। साथ ही सभी बिन्दुओं के अनुसार रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने बैठक में कहा कि प्रदेश के मुख्य सचिव श्री बीपी सिंह भिण्ड जिले के दो दिवसीय प्रवास पर 25-26 अक्टूबर 2017 को जिले के भ्रमण पर रहेंगे। इस दो दिवसीय भ्रमण के दौरान राजस्व न्यायालयो का निरीक्षण किया जावेगा। साथ ही प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों की बैठक में कार्यो की समीक्षा की जावेगी।

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