खरीफ फसलो के लिए भावांतर भुगतान योजना-कलेक्टर

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भिण्ड – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को कृषि उपज का उचित मूल्य प्रदान करने की दिशा में पायलट आधार पर खरीफ 2017 के लिए अधिसूचित कृषि मण्डी समितियों के प्रांगण में विक्रय करने हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा घोषित मण्डियों की मॉडल विक्रय दर के अन्तर की राशि को भावांतर भुगतान योजना लागू की गई है। इस योजना में अंतर की राशि किसान के बैंक खाते में जमा की जावेगी। वे आज जिला पंचायत भिण्ड के सभागार में आयोजित खरीफ फसलो के लिए भावांतर भुगतान योजना की जिला स्तरीय समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

बैठक में मेहगांव श्रीमती सलोनी सडाना, एसडीएम गोहद श्री आशीष वशिष्ठ, भिण्ड श्री संतोष तिवारी, अटेर श्री अनिल बनवारिया, लहार श्री एमके शर्मा, जिला खाद्य अधिकारी श्री एसबी सिंह, जिला विपणन अधिकारी श्री नरेन्द्र सिंह परमार, उप संचालक कृषि श्री एसपी शर्मा, उपायुक्त सहकारिता श्री बबलू सतनकर, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम श्री सोनू गर्ग, डीआईओ श्री नितिन गुप्ता, लीड बैंक ऑफीसर श्री सुधीर कुमार एवं अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी और समिति सदस्य उपस्थित थे।

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि लागू की गई भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत किसानों की खरीफ फसलो का पंजीयन 11 सितम्बर से 11 अक्टूबर 2017 तक पोर्टल पर निःशुल्क कराने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। साथ ही एसएमएस के माध्यम से पंजीकृत किसानों को मोबाईल पर पंजीयन क्रमांक की सूचना प्रदान की जावेगी। इस योजना के अन्तर्गत उन्होंने कहा कि खरीफ 2017 की चयनित फसलो के लिए जिले के उत्पादकता की निश्चित सीमा तक विक्रय की गई फसल पर देय होगी।

इस योजना के अन्तर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए किसान प्राथमिक कृषि सहकारी समिति जो गेहूं, धान आदि के लिए उपार्जन का पंजीयन करती थी। उसके द्वारा पोर्टल पर पंजीयन तिल, मूंग, उड़द, तुअर, ज्वार, बाजरा आदि का कराया जावेगा। भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत भुगतान एजेंसी म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्या.नियुक्त की गई है। किसानों को यह सुविधा गेहूं ई उपार्जन केन्द्रो पर उपलब्ध कराई जावेगी।

कलेक्टर ने कहा कि योजना का लाभ जिले में विगत वर्षो की फसल कटाई प्रयोग पर आधारित औसत उत्पादन के आधार पर उत्पादन की सीमा तक ही देय होगा। इस योजना के अन्तर्गत जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति का अध्यक्ष जिला कलेक्टर होगा। समिति सदस्य मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, उप संचालक कृषि, उपायुक्त सहकारिता, सहायक संचालक उद्यानिकी, लीड बैंक अधिकारी, प्रभारी वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला मुख्यालय स्थिति कृषि उपज मण्डी समिति का सदस्य एवं जिला सूचना विज्ञान अधिकारी एनआईसी के रूप में शामिल किया गया है। समिति का सदस्य, सचिव जिला खाद्य अधिकारी को बनाया गया है।
भावांतर भुगतान योजना का प्रशिक्षण आज

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की अध्यक्षता में खरीफ 2017 के लिए भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षण 12 सितम्बर 2017 को दोपहर 12 बजे से जिला पंचायत भिण्ड के सभागार में दिया जावेगा।

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