जोक्स और शायरी गालिब की फनी शायरी By Editor - September 8, 2017 0 गालिब फरमाते हैं, चली जाती हैं आए दिन वो ब्यूटी पार्लर में यूं उनका मकसद है मिसाले-हूर हो जाना। मगर ये बात किसी बेग़म की समझ में क्यूं नहीं आती, कि मुमकिन ही नहीं किशमिश का फिर से अंगूर हो जाना।