रूस ने चेतावनी दी कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यदि अपने पूर्ववर्ती द्वारा किए गए ईरान परमाणु समझौते को बरकरार रखने में असफल रहे तो उसके ‘‘नकरात्मक परिणाम’’ होंगे।
ट्रंप 2015 के समझौते के धुर आलोचक हैं जिसे उन्होंने ‘‘अब तक का सबसे खराब समझौता’’ बताया था और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि वह अगले सप्ताह कांग्रेस से कहना चाहते हैं कि ईरान अपने वादे का सम्मान नहीं कर रहा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता ने कहा, ‘निश्चित रूप से यदि कोई देश समझौते को छोड़ता है, विशेष रूप से अमेरिका जैसा एक महत्वपूर्ण देश तो उसके नकारात्मक परिणाम होंगे।’
दमित्रि पेस्कोव ने पत्रकारों से कहा, ‘हम इन परिणामों की प्रकृति का केवल अनुमान लगा सकते हैं, जो हम अब कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पुतिन ने वर्तमान समझौते के महत्व की लगातार प्रशंसा की है।