डिप्रैशन में है बच्चा तो शायद आप खुद उसकी वजह

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डिप्रैशन सिर्फ बड़ों के बीच ही नहीं, बल्कि छोटे-छोटे बच्चों में भी देखने को मिल रहा है। आजकल यह समस्या बच्चों में आम देखने को मिल रही है। बच्चों में डिप्रैशन ज्यादा पढ़ाई के जोर, सोशल साइट्स और सबसे बड़ा कारण उनके खुद माता-पिता हैं। जी हां, कुछ बच्चों के डिप्रैशन की वजह उनके पेरेंट्स है। माता-पिता की एक छोटी सी गलती बच्चों को तनाव में डाल देती है, जिससे उनके आने वाले भविष्य पर बुरा असर पड़ता है। आइए जानते है कैसे माता-पिता बच्चों में डिप्रैशन की वजह बनते है।

माता-पिता का झगड़ा
घरेलू हिंस सबसे बड़ा कारण बच्चों में डिप्रैशन का। अक्सर पेरेंट्स बच्चों के सामने झगड़ने लगते है, जिससे बच्चे पर काफी गहरा असर होता है। धीरे-धीरे वह तनाव में चला जाता है। बच्चों को खुशी भरा माहौल नहीं मिल पाते और वह प्यार के लिए तरसने लगते है। उनकी रोज की लाइफ इसी माहौल में गुजरने लगती है, जिस वजह से कई बार बच्चा, चिड़चिड़ा, गुस्सैल , हिंसक, बात-बात पर भावुक होने लगते है।

1. सहमा हुआ रहना
पेरेंट्स बच्चों के सामने मारपीट, बहस और गाली-ग्लौच करते हुए इस बात को भूल जाते है कि इनकी यह गलती बच्चोें के लिए जिंदगीभर का दुख बन जाती है। पेरेंट्स इन्हीं हरकतों की वजह से बच्चे डरे और सहमें-सहमें रहने लगते है।
2. बचपन जाता है खो
ऐसे माहौल में बच्चे का बचपन जैसे मानों कहीं खो सा जाता है। मारपीट के माहौल में वह अपने आप उम्र से पहले ही बड़ा कर लेता है। बड़ी-बड़ी सोच रखने लगता है और बचपन की मस्तियों को भूल बैठता है।
3. खुद मानने लगता है वजह
पेरेंट्स को लगातर लड़ाई-झगड़ा करते देख बच्चे के मन में कुछ सावल उठने लगते है। वह मन ही मन में खुद इस झगड़े की वजह मान बैठता है और खुद से नफरत करने लगता है।
4. दोस्तों से दूर
डिप्रैशन की वजह से वह बात-चीत करना बंद कर देता है। अपने आप में खोया रहता है। इतना ही नहीं, उसको अपने दोस्तों से भी साथ धीरे-धीरे छूट जाता है और वह अपने आप को अकेला समझने लगता है।
5.चिड़चिड़ा और गुस्सैल
रोज घर में झगड़े देखकर बच्चा इतना चिड़चिड़ा हो जाता है कि जरा-जरा सी बात पर गुस्सा करने लगते है। इसी गुस्सैल स्वाभाव से वह दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
6. सफलता में रूकावट
डिप्रैशन बच्चे को कदर घेर लेता है कि उसका किसी भी चीज में मन नहीं लगता है। धीरे-धीरे बच्चा पढ़ाई-लिखाई के मामले में कमजोर पड़ जाता है। उसके मन में एक बात बैठ जाती है कि वह अब कुथ नहीं कर सकता।

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