तकिया लगाने के नुकसान शायद ही जानते होंगे

0

आइए जानते हैं तकिया लगाकर सोने के क्या क्या नुकसान होते हैं और यह किस तरह सेहत पर असर डालता है। तकिया लगाने के नुकसान शायद ही जानते होंगे आप, स्किन और बालों पर भी पड़ता असर जब हम रात को सोते हैं तो हमारी त्वचा और तकिए के बीच रगड़ होती है, जिससे चेहरे पर झुर्रियां पडऩे का खतरा बढ़ जाता है।

कई लोगों को मोटा तकिया लगाकर या अपने साथ एक साथ तीन-चार तकिए लेकर सोने की आदत होती है, जिससे उनको सोने में तो बहुत मजा आता है, लेकिन यह तकिया कई बीमारियों को दावत भी दे देता है। इससे ना सिर्फ गर्दन और कमर पर असर पड़ता है बल्कि यह आपकी खूबसूरती पर भी असर डालता है। आइए जानते हैं तकिया लगाकर सोने के क्या क्या नुकसान होते हैं और यह किस तरह सेहत पर असर डालता है।

चेहरे पर झुर्रियां पड़ सकती है- जब हम रात को सोते हैं तो हमारी त्वचा और तकिए के बीच रगड़ होती है, जिससे चेहरे पर झुर्रियां पडऩे का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप नींद में अपना चेहरा तकिए की तरफ मोडक़र या तकिे में मुंह डालकर सोते हैं तो यह आदत आपके चेहरे पर झुॢरयां पैदा कर सकती है। इसके अलावा यह तरीका आपके चेहरे पर घंटों तक दबाव बनाए रखता है जिससे रक्त संचार प्रभावित होता है, और चेहरे की समस्याएं उभरती हैं।

बालों के लिए नुकसानदायक- सोने के दौरान हमारे बालों और तकिए के बीच रगड़ होती है। इससे बाल रूखे हो जाते हैं और उनका मॉइश्चर उड़ जाता है। कई बार बालों और तकिए की रगड़ के चलते बाल बीच में से ही टूट जाते हैं। जो लोग काम करने से लेकर फिल्म देखने, इतना ही नहीं बातें करने तक के लिए भी पीठ और सिर को तकिए के सहारे लगाकर बैठना पसंद करते हैं, उनके लिए नुकसान दो गुना हो जाता हैं। क्योंकि इससे तकिए पर जमी गंदगी बालों से चिपक जाती है और बाल झडऩे लगते हैं।

कीटाणुओं का घर- एक शोध के अनुसार, आपके तकिए के वजन का एक तिहाई भाग कीटाणुओं, मृत त्वचा, धूल और कीटाणुओं के मल का होता है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, शोध के लेखक डॉक्टर आर्थर टुकेर का कहना है कि लोग तकिए पर नया लिहाफ लगा कर उसे बहुत साफ और स्वच्छ समझते हैं मगर ऐसा है नहीं।

मानसिक तनाव का कारण- एक रिसर्च के मुताबिक तकिया लगाने से कमर दर्द के साथ साथ मानसिक दिक्कतें भी होना शुरू हो जाती है। कई बार तकिए की गलत पॉजीशन या फिर ज्यादा ऊंचाई के कारण गर्दन पर जोर पड़ता है, जिससे हम रात भर सोने के बावजूद सुबह उठने पर खुद को तरो-ताजा महसूस नहीं करते, जिससे हमें मानसिक तनाव बना रहता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here