Uncategorized तभी तो सिमट गए वो औरों की बाँहों में By Editor - January 14, 2018 0 छोंड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में, चल दिए रहने वो गैर की पनाहों में, शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आयी, तभी तो सिमट गए वो औरों की बाँहों में।