अशोकनगर – ईपत्रकार.कॉम |मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं गरीब वर्ग सभी के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है। इनके विकास के लिए कोई कसर नही छोडी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह गरीबों की सरकार है ओर मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी गरीब को भूखे नही सोने दिया जायेगा। सबको एक रूपये किलो गेहूँ एवं चावल उपलब्ध कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह बात जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर के अंतर पर स्थित अथाईखेडा में आज सम्पन्न हुए सद्भभावना सम्मेलन एवं अंत्योदय मेला को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने इस मौके पर कन्या पूजन कर कन्याओं के पैर पखारे। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री भुजबल सिंह अहिरवार, अशोकनगर विधायक श्री गोपीलाल जाटव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती बाईसाहब यादव, अशोकनगर नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमति सुशीला साहू, कलेक्टर श्री बी.एस.जामोद, पुलिस अधीक्षक श्री तिलक सिंह समेत विभिन्न जनप्रतिनिधिगण एवं बडी संख्या में जनसमुदाय उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जनसमुदाय को भरोसा दिलाया कि जहां-जहां जनता को मेरी सेवा की जरूरत होगी, वहां में जनता की सेवा के लिए तत्पर रहूंगा। समाज के किसी भी वर्ग को सेवा से वंचित नहीं रहने दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तेदू पत्ता तोडने वाले ओर तेंदूपत्ता बीनने वाले तथा इस तेंदूपत्ता क्षेत्र में मजदूरी करने वाले महिला-पुरूषों के कल्याण के लिए चरण पादुका योजना शुरू की जायेगी। इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा आगामी माह फरवरी से महिलाओं के लिए चप्पल ओर पुरूषों के लिए जूते खरीदकर पहनाये जायेंगे। इसके साथ ही इनके लिए पीने के पानी हेतु थर्मस जैसी कुप्पियां खरीदकर भी उपलब्ध कराई जायेगी। जबकि महिलाओं के लिए एक-एक साडी भी भेंट की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के उत्थान के लिए कटीबद्ध है, ओर किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए भावांतर भुगतान योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 06 जनवरी को किसानों के खातों में 900 करोड़ रूपये की राशि डाल दी जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी के जीवन में अंधेरा नहीं रहने दिया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा सभी के कल्याण एवं विकास के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। राज्य सरकार ने बेटियों के विवाह की चिंता करते हुए उनके विवाह हेतु मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाई है तथा बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना भी चलाई जा रही है। अब तक प्रदेश भर में 26 लाख बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी बनाया जा चुका है, जिनके खातों में 31 हजार करोड़ रूपये की राशि डाली जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग तथा गरीब वर्ग के किसी भी व्यक्ति को बगैर जमीन के नहीं रहने दिया जायेगा। राज्य सरकार उनकों जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनायेगीं। साथ ही उन्हें उस जमीन पर पक्के मकान बनाकर दिये जायेगें। इस साल ग्रामीण क्षेत्र में 05 लाख मकान एवं शहरी क्षेत्रों में 03 लाख मकान बनवाये जायेगें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाने में कोई कसर नहीं छोडी जायेगी। उनकी शिक्षा में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। 12वीं की कक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज, लॉ कालेज, नर्सिंग कॉलेज, आई.टी.आई.आदि संस्थानों में प्रवेश के लिए चाहे जितनी फीस लगे, उसको राज्य सरकार द्वारा भरा जायेगा। पैसे के अभाव में किसी भी गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं रहने दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की सबसे बडी समस्या बेरोजगारी की है। इसके लिए राज्य सरकार ने विभिन्न स्वरोजगारमूलक योजनाएं बनाई हैं। इन योजनाओं के तहत बेरोजगार युवाओं को ऋण उपलब्ध कराया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के बच्चे भी स्वरोजगार अपना सकते है, क्योंकि खेती से पूरे परिवार का पेट नही भर सकते है। इसलिए राज्य सरकार ने किसानों के बच्चों को स्वरोजगार में स्थापित करने के लिए कृषक उद्यमी योजना बनाई है। इस योजना के तहत ऋण प्राप्त करने वालों की गारंटी राज्य सरकार देगी ओर उन्हें ऋण पर 15 फीसदी अनुदान भी दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि उनकी लडाई गरीबी, भूख ओर बेरोजगारी से है। इससे निपटने में वे कोई कसर नही छोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने डिफाल्टर किसानों का चक्रवृद्धि ब्याज माफ करने का निर्णय लिया है। और मूलधन की छोटी छोटी किस्ते बनाकर उनसे ऋण अदा कराने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्हें तत्काल शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज भी मुहैया कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निणर्य लिया है कि अब आगे से रेत की नीलामी नहीं की जायेगी, बल्कि आगामी माह फरवरी से रेत का कार्य ग्राम पंचायतों को सौंप दिया जायेगा। कोई भी व्यक्ति सबा सौ रूपये की रॉयल्टी की पर्ची कटवाकर रेत की ट्रॉली भर लायेगा। ऐसे रेत को बेचकर बेरोजगार भी कमाई कर सकेगें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पोषण आहार बनाने का कार्य महिला स्व सहायता समूहों सौंपा जा रहा है, जो पोषण आहार बनाकर आंगनवाडी केन्द्रों तक पहुचायेगें। इसी प्रकार महिला स्व सहायता समूहों को स्कूलों की ड्रेस सिलने का कार्य भी सौंपा जा रहा है। अगले शिक्षा सत्र से स्कूलों में बच्चों को ड्रेस उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने अथाईखेडा में शानदार पानी की टंकी सहित नल जल योजना बनवाने की घोषणा की। उन्होंने अथाईखेडा में मिनी स्टेडियम, धर्मशाला एवं मंगल भवन बनवाने की घोषणा भी कीं। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही कानीखेडी तथा सिलावन में भी नल जल योजना के निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर अशोकनगर में 447 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित 36 राजस्व स्टाफ क्वार्टस एवं 1174.24 लाख रूपये की लागत से निर्मित 09 सड़कों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 152.38 लाख रूपये की लागत से बनने वाले 36 खेत-तालाब एवं चेकडेम के निर्माण की आधारशिलाएं रखीं।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं एवं स्वरोजगारमूलक योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न हितग्राहियों को हितलाभ बांटे। मुख्यमंत्री ने जहां प्रधानमंत्री उज्जवला योजनान्तर्गत गरीब वर्ग की महिलाओं को रसोई गैस के कनेक्शन बांटे, वहीं लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत प्रमाण पत्र भी बांटे। उन्होंने सहरिया समुदाय की महिलाओं को पोषण आहार हेतु एक-एक हजार रूपये के प्रमाण पत्र बांटे। मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्वरोजगार मूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को ऋण पत्र भी वितरित किये।