उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद यह उनका पहला दिल्ली दौरा है। योगी आदित्यनाथ मंत्रियों के विभागों के बंटवारे और अफसरशाही में फेरबदल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ विचार-विमर्श करेंगे। आदित्यानाथ आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। वहां से उनके देर शाम लौटकर मंत्रियों के विभागों घोषणा करने की उम्मीद है।
बता दें कि यूपी के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव में किए बीजेपी के वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है। उनके सीएम बनते ही प्रशासन हरकत में आ गया और रविवार को इलाहाबाद में दो बूचड़खानों को सील कर दिया। बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में उत्तर प्रदेश में चल रहे अवैध ‘स्लाटर हाउस’ को बंद करने की बात कही थी।
प्रशासन ने सील किए दो बूचड़खाने
रविवार रात करेली पुलिस की मौजूदगी में अटाला और नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में मानक के विपरीत चल रहे स्लाटर हाउस को ताला लगाकर बंद करने के बाद सील कर दिया। शहर में अटाला के साथ रामबाग और नैनी के बूचडख़ानों को बंद करने का आदेश एनजीटी पहले ही दे चुका है।
प्रदेश के 250 से ज्यादा अवैध बूचडख़ाने को किया गया चिन्हित
शहर में करेली स्थित अटाला और कीडगंज के रामबाग में दो तथा नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में बूचडख़ाने हैं। मई 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। प्रदेश में 250 से ज्यादा अवैध बूचड़खाने चिन्हित किए गए हैं जिन्हें नगर निगम और संबंधित विभाग के अफसर कागज पर बंद बता रहे हैं। वास्तविकता यह है कि इन बूचड़खानों में रोज सैकड़ों जानवर काटे जाते हैं।
क्या किया था बीजेपी ने वादा?
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अवैध रूप से मानक के विपरीत चल रहे बूचड़खानों को सरकार बनते ही बंद कराने की घोषणा की थी। शपथ लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बूचडख़ानों को बंद कराने की घोषणा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। इसके तुरंत बाद नगर निगम प्रशासन रविवार होने के बावजूद हरकत में आ गया और दो बूचड़खानों को सील कर दिया।