हिंदू परिवारों में अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा अलग-अलग विधि-विधान से करने की परंपरा है। प्राचीन धर्मशास्त्रों में देवताओं की पूजा से संबंधित कई अत्यावश्यक बातें बताई गई हैं। रोजाना पूजा करते समय इन बातों का ध्यान रखने से भगवान प्रसन्न होते हैं तथा आपकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।
(1) हिंदू धर्म में पांच देवता सूर्य, गणेश, शक्ति, शिव तथा विष्णु बताए गए हैं। इनकी प्रतिदिन पूजा-आराधना से मनुष्य की हर इच्छा पूरी होती है।
(2) सभी देव-प्रतिमाओं को अनामिका अंगुली से ही तिलक करना चाहिए। तिलक चंदन, कुमकुम का हो सकता है परन्तु भस्म का टीका केवल भगवान शिव अथवा भैरवजी को ही लगाया जाता है, अन्य किसी देवता को भस्म का टीका नहीं लगाना चाहिए।
(3) भगवान विष्णु तथा उनके अवतारों के अतिरिक्त अन्य किसी देवता को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए।
(4) भगवान शिव को केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए और न ही हल्दी तथा शंख से जल चढ़ाना चाहिए।
(5) इसी प्रकार गणेश तथा देवी के अतिरिक्त किसी अन्य देवता को दूब (दूर्वा) अर्पित नहीं की जाती।
(6) पूजा के बाद भगवान को भोग लगाना चाहिए। यूं तो सभी देवताओं के लिए अलग-अलग भोग का विधान बताया गया है परन्तु असमर्थ होने पर प्रेम के साथ अर्पित किए गए चीनी के दो दानों को भी भगवान ग्रहण कर लेते हैं।
(7) देवताओं की पूजा के लिए जलाए गए दीपक को अत्यावश्यक होने पर भी कभी नहीं बुझाना चाहिए। उसके स्वयं ही बुझने का इंतजार करना चाहिए।
(8) परिक्रमा करते समय गणेश तथा शिव की 3, विष्णु की 4 तथा भगवान सूर्य देव की 7 परिक्रमा करनी चाहिए।