फसलों के लिये किसानों को 10 घंटे बिजली सुनिश्चित की जायेगी- प्रभारी मंत्री श्री बिसेन

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छिन्दवाड़ा – ईपत्रकार.कॉम |प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज जिले के पांढुर्णा, सौंसर और मोहखेड़ में कृषक संगोष्ठी सह तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने पांढुर्णा के बाड़ेगांव में मंडी नि‍धि से 3.90 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित साढ़े चार कि.मी. सी.सी.रोड और सौंसर में 34.23 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण भी किया।

प्रभारी मंत्री श्री बिसेन ने इस अवसर पर कहा कि फसलों के लिये किसानों को 10 घंटे बिजली सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि हर जगह अन्नदाता किसान का सम्मान होना चाहिये। किसान देश के विकास में बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रहे है। अब उन्हे वैज्ञानिक अनुसंधान का लाभ लेकर कृषि उत्पादन को बढ़ाना है। सरकार किसानों की हर समस्या के समाधान के लिये तत्पर है और उनके साथ है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे रासायनिक खाद का उपयोग कम कर जैविक कृषि को अपनाना होगा। चार बार कृषि कर्मण अवार्ड किसानों की मेहनत का ही परिणाम है। अब सूक्ष्म सिंचाई पध्दति और मल्टीक्रॉप सिस्टम से किसान अपनी आय को दुगुना कर सकते है। मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में अब 22 लाख रूपये के उपकरण लगेंगे जो मिट्टी के सूक्ष्म तत्वों का परीक्षण करेंगे जिससे किसानों को यह पता चलेगा कि कौन सी खाद व बीज का उपयोग किस प्रकार की मिट्टी में किया जाना चाहिये। उन्होंने अंतरवर्तीय फसलों को बढ़ावा देने, धारवाड़ पद्धति, रिज एंड फेरो पध्दति आदि के साथ ही कृषि यंत्रों का अधिकतम उपयोग करने को कहा। श्री बिसेन ने कहा कि जब तक किसानों की आय दुगुनी नही हो जाती, तब तक वे चुप नही बैठेंगे।

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि वर्तमान में प्रोटीनयुक्त खाद्यान्न के उत्पादन की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कुपोषण मुक्ति में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि किसानों की उपज का उपहास नही उड़ाया जायेगा, उन्हे लुटने नही दिया जायेगा, किसान अपनी फसलों को सीधे मंडी में लाये ताकि उन्हे उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने कहा कि फसलों में तरह-तरह की बीमारी के कारण उत्पादन प्रभावित होता है, इसलिये किसान संगोष्ठी की प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 साल में किसान को अपने उत्पाद का दुगुना लाभ मिले, इसके लिये उन्हे वैज्ञानिक तकनीक को अपनाना ही होगा। कृषि की आधुनिक पद्धति को अपनाकर ही संकल्प से सिद्धि की प्राप्ति की जा सकती है। उन्होंने जल संरक्षण, स्वाईल हेल्थ कार्ड के अनुसार खाद बीज का उपयोग, कस्टम हायरिंग, प्राकृतिक आपदा में त्वरित सहायता देने के साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जुडने को कहा। उन्होंने कहा कि पांढुर्णा में शीघ्र ही मक्का और तुअर खरीदी केन्द्र खोला जायेगा।

कृषि संगोष्ठी के दौरान विधायक श्री नानाभाऊ मोहोड़ ने किसान कल्याण के लिये शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। महाकौशल विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री संतोष जैन ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की कल्याणकारी अवधारणा की जानकारी देकर कृषि कल्याण पर चर्चा की। संगोष्ठी के दौरान उत्कृष्ट कृषकों को शॉल श्रीफल से सम्मानित कर प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस दौरान पिपलानारायणवार नगर के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र परमार, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री मारोतराव खवसे और अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर श्री जे.के.जैन, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, एस.डी.एम. श्री डी.एन.सिंह व उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री के.पी.भगत व बडी संख्या में कृषक उपस्थित थे।

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