कटनी- (ईपत्रकार.कॉम) |गुरुवार को जिला योजना समिति की बैठक प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें स्पष्ट तौर पर अपडेट जानकारी के साथ ही मीटिंग में आने के निर्देश उन्होने दिये। प्रभारी मंत्री ने कहा कि यदि विभाग प्रमुखों को लगता है कि अपने सबऑर्डिनेट को लाने की जरुरत है, तो उन्हें लेकर आयें। लेकिन यह सुनिश्चित करें कि, आइन्दा अधिकारी पूरी जानकारी के साथ ही अपना पक्ष मीटिंग में रखें। बैठक में अल्पवर्षा के कारण खेतों में फसलों की सिंचाई की तैयारियों की समीक्षा की गई। वहीं बांधों व स्टॉपडैमों में जल संचयन की स्थिति और आगामी माहों की तैयारियों पर भी प्रभारी मंत्री ने डब्ल्यूआरडी के अधिकारियों को निर्देश दिये। पीएचई विभाग और विद्युत विभाग की समीक्षा भी जिला योजना समिति की बैठक में हुई। इस दौरान प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री श्री संजय सत्येन्द्र पाठक भी मौजूद रहे।
दुर्जनपुर का नाम शिवधाम करने पर समिति की मंजूरी, खिरहनी ओव्हरब्रिज होगा अटल बिहारी बाजपेयी ओव्हरब्रिज
जियोस की बैठक में प्रभारी मंत्री सहित उपस्थित समिति सदस्यों ने जनपद पंचायत विजयराघगढ़ के ग्राम दुर्जनपुर का नाम परिवर्तित कर शिवधाम करने के प्रस्ताव पर सहमति दी। वहीं महापौर श्री शशांक श्रीवास्तव द्वारा पूर्व शिक्षा मंत्री श्री अलका जैन के पत्र के आधार पर खिरहनी ओव्हरब्रिज का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ओव्हरब्रिज करने का प्रस्ताव रखा गया। जिसे जियोस ने मंजूरी दी। वहीं मुड़वारा विधायक श्री संदीप जायसवाल द्वारा गनियारी-गिलौंची मार्ग पर बने पुल का नाम स्वर्गीय प्रभात पाण्डेय सेतु करने के प्रस्ताव को भी समिति द्वारा सहमति दी गई।
बाकल-रीठी क्षेत्र के लिये केनाल आधारित योजना का प्रस्ताव करें तैयार
जिला योजना समिति की बैठक में गरमी के मौसम में गहराने वाले पेयजल संकट की समीक्षा भी हुई। इस दौरान राज्यमंत्री श्री पाठक ने पीएचई के अधिकारियों से जिले में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्र के विषय में पूछा। जिस पर अधिकारियों द्वारा बाकल-रीठी क्षेत्र की जानकारी दी गई। इस पर उन्होने पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान के लिये केनाल आधारित योजना बनाने के निर्देश दिये। श्री पाठक ने कहा कि इसका प्रस्ताव तैयार करायें और प्रभारी मंत्री जी को भी भेजें।
पेयजल और विद्युत समस्या पर करें विकासखण्ड स्तरीय बैठकें
जियोस की बैठक में विधायक श्री संदीप जायसवाल के सुझाव पर पेयजल समस्या के निदान के लिये कार्ययोजना बनाने के उद्देश्य से विकासखण्ड स्तरीय बैठक आयोजित करने के निर्देश प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने दिये। उन्होने कलेक्टर को कहा कि बैठक में पीएचई के साथ ही जल संसाधन, कृषि और विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी बुलायें। बैठक में जिलास्तरीय अधिकारी शामिल हों। साथ ही विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य सहित संबंधित जनप्रतिनिधि शामिल हों और अपने विकासखण्ड की कार्ययोजना तैयार करें।
नलजल योजनाओं का लिया जायजा
बैठक में प्रभारी मंत्री ने ईई पीएचई से प्रारंभ और बंद नलजल योजनाओं की स्थिति जानी। जिसका क्रॉसचैक उन्होने जनप्रतिनिधियों से किया। श्री मलैया ने कहा कि जिस नलजल योजना में आपके वॉटर सोर्स में पानी हो, ओव्हर हेड टेंक प्रॉपर काम कर रहे हों और पाईप लाईन ठीक-ठाक हो, उसी को चालू समझें। साथ ही जहां पर नलजल योजना नहीं है और पानी नहीं मिल रहा है। वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। सिलौंड़ी में जल समस्या से स्थानीय विधायक श्री मोती कश्यप ने अवगत कराया। साथ ही उन्होने अन्य नलजल योजनाओं को दुरुस्त कराने की भी बात कही। उन्होने कहा कि यदि किसी विशेष स्थान पर पानी की समस्या है, तो उसका निदान कराया जाये। जिस पर स्थान विशेष पर समस्या होने पर जहां नलजल योजना ना हो, वहां बोर कराने के निर्देश प्रभारी मंत्री ने दिये।
पीएचई से करायें कार्य, आउटसोर्स पर रखें टेक्नीशियन
जियोस की बैठक में नलजल योजनाओं के संधारण के लिये जिन ग्राम पंचायतों को दो-दो लाख रुपये दिये गये हैं, उनके कार्य पीएचई से कराने के निर्देश भी प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने दिये। उन्होने कहा कि ग्राम पंचायतें तकनीकी दृष्टि में संबल नहीं हैं। नलजल योजनाओं का कार्य तकनीकी विभाग ही कर सकता है। इसलिये पीएचई से कार्य करायें, जिसका भुगतान उन्हें ग्राम पंचायतें करें। साथ ही पीएचई में टेक्निकल स्टाफ की कमी होने पर प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को टेक्नीशियन आउटसोर्स करने के भी निर्देश दिये।
विधायक महोदय से समय लेकर विजिट करें, डीएम को सौंपे रिपोर्ट, मुझे करें मेल
नलजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान बहोरीबंद विधायक श्री सौरभ सिंह ने बरतरा-बरतरी के नलजल योजना को लेकर पीएचई विभाग के अधिकारियों को क्रॉस किया। इस पर प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने ईई पीएचई को विधायक महोदय से समय लेकर निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि निरीक्षण रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपें और मुझे उसकी कॉपी मेल करें।
कलेक्टर के संज्ञान में ही लाकर छोड़ें नहरों में पानी
बैठक में ईई डब्ल्यूआरडी को प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने अत्यंत आवश्यकता होने पर ही नहरों में पानी छोड़ने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि नहरों में पानी कलेक्टर के संज्ञान में लाकर ही छोडें। जहां आवश्यक हो, वहां जल संस्था और कृषकों की बैठक लें। स्वयं जाने के साथ ही अपने विभागीय अमले को भेजकर भौतिक सत्यापन करायें। क्योंकि खरीफ की फसल के समय भी किसानों को पानी की नितान्त आवश्यकता होगी और डैम का पानी यदि उस समय नहीं रहा, तो निस्तार के पानी तक की समस्या होगी। वहीं राज्यमंत्री श्री पाठक ने भी डैम और बांधों में जलस्तर मेन्टेन रखने की बात कही। उन्होने कहा कि क्योंकि कुएं और हेंडपंप भू-जलस्तर से ही रीचार्ज होते हैं। इसलिये इसका विशेष ध्यान रखें।
ट्रान्सफारमर्स के लोड का करें परीक्षण
बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों को प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने ट्रान्सफार्मर की क्षमता का परीक्षण कराने के निर्देश दिये। उन्होने आदेश देते हुये कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जितना लोड हो, उससे कम क्षमता का ट्रान्सफार्मर ना हो। जहां भार के कारण ट्रान्सफार्मर फेल हुये हैं, उसकी क्षमता बढ़ाकर उसे रिप्लेस करें। किसानों को सिंचाई के लिये दस घंटे बिजली विद्युत विभाग मुहैया कराये। साथ ही एमपीईबी के अधिकारी भी अपने रवैये में सुधार लायें और मोबाइल पर कॉल रिसीव करें और रिस्पॉन्स भी दें।
बैठक में ये भी रहे मौजूद
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ममता पटेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अशोक विश्वकर्मा, समिति सदस्य श्री पीताम्बर टोपनानी, श्री अजय गौंटिया, श्री उदयचन्द दाहिया, श्रीमती निधि तिवारी, सुश्री प्रगति राय, सुश्री पूजा देवी सिंह, श्रीमती माया पटैल, श्रीमती संतरा बाई, श्री धीरेन्द्र बहादुर सिंह, श्री अनिल खरे, श्रीमती सर्जना कन्देले और खजुराहो सांसद प्रतिनिधि के रुप में पूर्व विधायक श्री सुनील मिश्रा, कलेक्टर श्री विशेष गढ़पाले और पुलिस अधीक्षक श्री अतुल सिंह उपस्थित थे।