सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर डोकलाम जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रहना होगा। सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि देश पर आने वाले खतरे से निपटने के लिए एक प्रतिरोधक बल के रूप में माउंटेन स्ट्राइक कोर को तैयार किया जा रहा है। रावत के मुताबिक इसके गठन की प्रक्रिया समय के हिसाब से चल रही है।
इस सैन्य बल को 17 कोर का नाम दिया गया है। यह पूछने पर कि क्या 17 कोर का गठन चीन से निपटने के लिए किया जा रहा है, तो रावत ने कहा, हमें यह क्यों कहना चाहिए कि यह किसके खिलाफ है? यह प्रतिरोध के लिए है और प्रतिरोध देश के समक्ष आने वाले किसी भी खतरे के खिलाफ है। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट की समिति ने 2014 में 17 कोर के गठन को मंजूरी दी थी।
अभी तक कोर के एक डिविजन के लिए करीब 25 हजार सैनिकों को तैयार किया गया है। इसका वर्तमान में मुख्यालय रांची में स्थित है। जब 72 डिविजन का गठन पूरा हो जाएगा तो कोर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से काम करेगा। यह पूछने पर कि क्या वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के किसी अन्य हिस्से में चीन के साथ डोकलाम जैसे किसी गतरोध की आशंका है तो रावत ने कहा, ‘हमें तैयार रहना होगा।’