मध्यप्रदेश की धरती पर जन्में हर गरीब को मिलेगा मकान

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश की धरती पर जन्में हर गरीब व्यक्ति को मकान दिया जायेगा। गरीब, कमजोर और सर्वहारा वर्ग की भलाई और उनका जीवन-स्तर उठाने के लिये मैं वचनबद्ध हूँ। श्री चौहान गुरुवार की देर रात उमरिया जिले के मानपुर में खण्ड स्तरीय मेले में विशाल समुदाय को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने मेले में मानपुर विधानसभा के लिए 6,690 लाख रुपये के विकास कार्यों की घोषणा करते हुए 80 हजार 451 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के हित लाभ वितरित किये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण अंचल के सर्वांगीण विकास के लिये सड़क, बिजली, सिंचाई की सुविधा, स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार निरंतर काम कर रही है। गरीबों को एक दिन की मजदूरी में महीने भर का राशन मिले, इसके लिये एक रुपये किलो में गेहूँ, चावल और नमक दिया जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि 12 वर्ष में प्रदेश में जितना विकास हुआ है उतना काम पिछले 50 वर्ष में नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक भूमिहीन को घर बनाने के लिये मालिकाना हक दिया जायेगा और 2022 तक हर गरीब के पास अपना मकान होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा और क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन देने की नीति अपनाई गई है। नि:शुल्क किताब, गणवेश, साइकिल, छात्रवृत्ति देने के साथ ही 85 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थी को लेपटाप और प्रत्येक वर्ग के बच्चें को स्मार्ट फोन दिया जा रहा है। आर्थिक कारणों से मेधावी बच्चा पढ़ न पाये, ऐसा अब प्रदेश में नहीं होगा। ऐसे बच्चों की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठायेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता की सेवा करना उनका लक्ष्य है और जब तक उनके चेहरों में मुस्कान नहीं आयेगी मैं चैन से नहीं सो पाऊँगा।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मानपुर महाविद्यालय का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. छोटेलाल पटेल के नाम पर करने की घोषणा की।

जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान उमरिया जिले के प्रवास के दौरान मानपुर विकास खण्ड के कई गाँवों में पहुँचे और उन्होंने जनता से सीधे मुलाकात की। श्री चौहान ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा मजदूरी का भुगतान, राशन की उपलब्धता, खसरा खतौनी, बँटवारा, सीमांकन, विद्युत आपूर्ति की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बेटा-बेटी को खूब पढ़ायें। उन्होंने कहा कि किसी को शिक्षक, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी, ग्राम सेवक या स्वास्थ्य संबंधी कोई भी शिकायत हो, तो वे तत्काल बतायें, संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनता की सेवा करने वाले तंत्र के अभिन्न हिस्से हैं। उन्हें एक सेवक की भाँति अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिये।

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