मन की प्रशन्नता से ही उसके जीवन में उन्नति होती है और यदि जिसका मन भटकता रहता है या मन उदास है, तो उसका जीवन नीरस सा हो जाता है। उसके इस मन के कारण ही उसे जीवन-जीने की कोई इक्च्छा ही नहीं रह जाती है।
मन को नियंत्रण करने के उपाय:
कुछ समय अकेले रहें: आप किसी एकांत स्थान पर जाकर जहाँ का वातावरण बिलकुल शांत हो वहां बैठें और अपने बारे में सोचें। अपनी जिंदगी, अपने जीवन की क्रिया- कलापों , अपनी इच्छाओं और अपनी भावनाओं को लेकर विचार करें।
गुणों और दोषों पर विचार: आपको चाहिए की आप अपने मन के भावों को सही रखें अपनी सोच को सकारात्मक रखें अपने गुणों का विस्तार करने की दिशा में सोचें और अपने अंदर की कमियों को सुधारने की तरफ ध्यान दें।
मन की एकाग्रता: आप इस बात से अवगत ही होंगे की मन की एकाग्रता के लिए ध्यान एक सबसे अच्छा साधन है जो व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ में मदत करता है।