मलेरिया के बहु-औषधि प्रतिरोधी सुपरबग समूह के एक परजीवी का व्यापक विस्तार हुआ है और यह अब एशिया के कुछ हिस्सों में अपने पांव जमा चुका है। एक नये अध्ययन में आगाह किया गया है कि भविष्य में इस परजीवी के विस्तार से भारत से लेकर अफ्रीका तक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुडी बडी महामारी उत्पन्न हो सकती है।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि यही कारण है कि फैलसीपेरम मलेरिया के उपचार के विफल होने की दर अधिक है। उन्होंने बताया कि आर्टीमिसिनिन औषधि प्रतिरोधक पी फैलसीपेरम के उभार और फैलाव से वैश्विक मलेरिया नियंत्रण और उन्मूलन को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इस अध्ययन का प्रकाशन ‘द लैंसेट इंफेक्सियस डिजीजेज’ र्जनल में हुआ है।