रतलाम – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने किशोरी बालिकाओं और महिलाओं से अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और लापरवाही नहीं बरतने की अपील की है। वे आज गांधी नगर रतलाम में एकीकृत बाल विकास सेवा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पोषण सप्ताह और पोषण आनंद मेले में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रही थी। रतलाम की ख्यात चिकित्सक डॉ.लीला जोशी ने महिलाओं में हिमोग्लोबिन की कमी और एनीमिया से पीड़ित होने पर अपनी चिंता व्यक्त की। पोषण मेले में पोष्टिकता से परिपूर्ण भोजन के स्टाल लगाये गये थे साथ ही किशोरी बालिकाओं के द्वारा मेहन्दी और आकर्षक रंगोली प्रदर्शित की गई। कलेक्टर ने कार्यक्रम में कुमारी प्रतिक्षा का लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण पत्र उसकी मम्मी पूजा धर्मेन्द्र को प्रदान किया।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाऐं एवं किशोरी बालिकाऐं यदि अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहेगी तो वे हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्षन करेगी। वे भविष्य की मजबूत बुनियाद की वाहक है। इसलिये उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की बहुत अधिक जरूरत है। यदि महिलाऐं और बालिकाऐं स्वस्थ्य रहेगी तो अपनी काबिलियत और सामर्थ्य का समुचित उपयोग कर पायेगी। इसका लाभ उन्हें स्वयं उनके परिवार और समाज के साथ ही राष्ट्र को भी मिल सकेगा। कलेक्टर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अपेक्षा की कि महिलाओं में जागरूकता के प्रचार हेतु वे और अधिक जिम्मेदारी से कार्य करेगी और महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनायेगी।
डॉ. लीला जोशी ने अपने उद्बोधन में बताया कि रतलाम में महिलाओं की जॉच पड़ताल में पाया गया कि अधिकांश एनीमिया से पीड़ित है। महिलाओं में रक्त अल्पता और रक्त में हिमोग्लोबिन की कमी का पाया जाना चिंता का द्योतक है। कार्यक्रम को कृषि वैज्ञानिक लता शर्मा, पार्षदगण तारानंद पंचोनिया एवं भगतसिंह भदोरिया ने भी सम्बोधित किया। इसके पूर्व प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अंकिता पण्ड्या ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन पर्यवेक्षिका प्रवीणा तोगड़े ने किया। कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी बी.एल.मालवीय, पर्यवेक्षिका उषा निम्बोदिया और आंगनवाडी कार्यकर्ताऐं और किशोरी बालिकाऐं उपस्थित थी।
कलेक्टर ने स्टाल में लगे भोज्य पदार्थो को चख कर देखा
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने पोषण मेले में पोष्टिक भोजन के लिये महिलाओं को जागरूक करने और भोजन में पोष्टिकता का किस प्रकार से ध्यान रखते हुए किन-किन पदार्थो को सम्मिलित किया जाये के प्रचार-प्रसार हेतु रखे गये विभिन्न व्यंजनों को चख कर देखा। उन्होने लड्डू, मठरी, शक्कर पारे आदि खाकर देखें। कलेक्टर ने प्रत्येक काउंटर पर रखे गये व्यंजनों के बारे में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से चर्चा भी की।