महिला-पुरूष में छिपी प्रतिभाओं को निखार कर आत्मनिर्भर बनाये-प्रभारी मंत्री श्रीमती माया सिंह

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मुरैना- (ईपत्रकार.कॉम) |यह सही है कि मुरैना जिले में सेन्ट्रल बैंक व जिला प्रशासन के सहयोग से सेंट ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान मुरैना द्वारा ग्रामीण महिला-पुरूष में छिपी प्रतिभाओ को निखार कर उन्हें अल्प समय में प्रशिक्षण प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाया है और वो आज अपने पैरो पर खड़े होकर रोजगार की मुख्यधारा में जुड़ गए है। यह बात नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री तथा मुरैना जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती मायासिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष के बैठक में कहीं।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि बैंकर्स बैंको से ऋण लेने की प्रक्रिया को सरलीकृत बनाये और अपने व्यवहार में बदलाव लाये जिससे लोगो का रूझान बैंक ऋण की ओर बड़े। उन्होने कहा कि सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक लोग सरकार द्वारा संचालित आरसेटी से विभिन्न ट्रेडो में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीपार्लर, गौमूत्र से फिनायल बनाना, बेटरी, मधुमक्खी पालन आदि। प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद व्यक्ति ऋण के सहारे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकता है। और शासन की मंशा है कि ग्रामीणो में छिपी उन प्रतिभाओं को निखारने का मौका मिलता है जो ग्रामीणो में होने के बावजूद भी वह अपनी कलाओ का प्रदर्शन नही कर सकते। उन्होने जनप्रतिनिधियो से इशारा करते हुए कहा कि वे अपने अपने क्षेत्रो में ऐसे परिवारो को छांटे जो अल्प समय में प्रशिक्षण प्राप्त कर अल्प राशि से कुटीर उद्योग चला सकते है उन्हें गाइड करें और ऐसी संस्थाओं में उन्हें प्रशिक्षण दिलाकर स्वावलम्बन बनावे।

बैठक में आरसेटी श्री सक्सैना ने बताया कि ग्रामीण बेरोजगारो को रोजगार स्थापित हेतु रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें वर्ष 2013-14 में 504, 14-15 में 395, 15-16 में 422, 16-17 में 628 और 17-18 में 267 लोगों को अभी तक प्रशिक्षित किया गया है। जिसमें कम्प्यूटराईज, अकाउंटिंग का एक बैंच, महिला टेलरिंग के 2 बैच, महिला ब्यूटीपार्लर के 4 बैंच, डेयरी एवं वर्मी कम्पोस्ट बनाना 2 बैंच, वर्ष 2017 में अभी तक कुल 13 बैंचो का प्रशिक्षण दे चुके है। जबकि 25 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।

बैठक में नावार्ड मुरैना जिले की अधिकांश भूमि चंबल के बीहड के रूप में प्राकृतिक रूप से स्थित है। इस भूमि को कृषि योग्य भूमि भी बनाया जा सकता है। इसी क्रम में नावार्ड अपने एनआईडीए कोष से म.प्र. शासन को इस कार्यक्रम हेतु ऋण उपलब्ध कराना चाहता है। परन्तु व्यापक परियोजना रिपोर्ट डीपीआर अभी तक इस योजना के क्रियान्वयन हेतु नही बन पायी है।

इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह, सांसद श्री अनूप मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता हर्षाना, महापौर श्री अशोक अर्गल, पशु एवं कुक्कट पालन के अध्यक्ष श्री मुंशीलाल, विधायक श्री सूवेदार सिंह रजौधा, श्री बलवीर सिंह डण्डोतिया, श्री सत्यप्रकाश सखवार, कलेक्टर श्री भास्कर लाक्षाकार, पुलिस अधीक्षक श्री आदित्य प्रताप सिंह, लीड बैंक प्रबंधक श्री आर.सी सक्सैना, आरसेटी डायरेक्टर श्री आर.के.सक्सैना, एफएलसीसी जिला प्रभारी श्री एस.के.शर्मा, सहित विभिन्न बैंक के प्रतिनिधि एवं संचालित योजनाओं के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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