माइक्रोसॉफ्ट ने तीन साल पुराने Windows 8 ऑपरेटिंग सिस्टम का सपोर्ट खत्म करने का ऐलान किया है. कंपनी ने हाल ही में 7,8 और 9 वर्जन के इंटरनेट एक्सप्लोरर के लिए भी सपोर्ट बंद कर दिया है. सपोर्ट बंद करने का मतलब यह है कि अब इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं मिलेंगे जिनसे कंप्यूटर, हैकिंग और दूसरी सिक्योरिटी प्रॉब्लम्स का शिकार हो सकता है.
Windows 8 यूजर्स को अब सपोर्ट पाने के लिए अपना ओएस अपग्रेड करके 8.1 में जाना होगा या उन्हें माइक्रोसॉफ्ट का नया ओएस Windows 10 इंस्टॉल करना होगा. गौरतलब है कि Windows 8.1 में 10 जनवरी 2023 तक सपोर्ट दिया जाएगा.
कंपनी ने Windows 8 को अगस्त 2012 में रिलीज किया था. माना जा रहा था कि यह टैबलेट कंप्यूटर के लिए खासतौर पर बनाया गया है. इसका यूजर इंटरफेस पूरी तरह टच कंप्यूटर्स को ध्यान में रखकर बनाया गया था. हालांकि 8 में बग पाए गए जिसके बाद जल्दी ही कंपनी ने पुराने विंडो स्टार्ट बटन के साथ Windows 8.1 रिलीज किया और लोगों से इसे अपग्रेड करने की अपील की.
भारतीय यूजर्स को होगा नुकसान
अभी भी भारत में लाखों कंप्यूटर में Windows 8 है. इंटरनेट स्लो होने की वजह से ज्यादातर यूजर्स ने इसे Windows 8.1 में अपडेट नहीं किया है. अब जब कंपनी ने इसके लिए सिक्योरिटी अपडेट नहीं देगी तो जाहिर है इन यूजर्स के कंप्यूटर में सिक्योरिटी से जुड़ा खतरा मंडराएगा. हैकर्स के लिए उनके कंप्यूटर में सेंध मारान आसान हो जाएगा और मैलवेयर आसानी से कंप्यूटर को इंफेक्ट कर सकते हैं. इसके अलावा कंपनी ने पुराने इंटरनेट एक्सप्लोरर का भी सपोर्ट खत्म किया है, जबकि यहां कई लोग अभी भी इंटरनेट एक्सप्लोरर यूज कर रहे हैं.
बंद हुआ पुराने इंटरनेट एक्सप्लोरर के लिए सपोर्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने इस मुद्दे पर एक ब्लॉग में लिखा है कि लगातार सिक्योरिटी अपडेट कंप्यूटर को खतरनाक वायरस और मैलवेयर से बचाते हैं, इसलिए ये जरूरी होते हैं. कंपनी ने कहा कि नए इंटरनेट एक्सप्लोरर वर्जन 11 में इंप्रूव्ड सिक्योरिटी फीचर्स और बेहतरीन परफॉर्मेंस और कॉम्पैटिब्लिटी दी गई है.
हालांकि कंपनी पुराने विस्टा ऑपरेटिंग सिस्टम में इंटरनेट एक्सप्लोरर वर्जन 9 के लिए सिक्योरिटी अपडेट देना जारी रखेगी, क्योंकि इस ओएस के लिए सिर्फ नया वर्जन चल सकता है. बता दें कि कंपनी ने पिछले साल Windows XP के लिए सपोर्ट बंद करने का ऐलान किया था.