माता-पिता की सेवा ही मोक्ष प्राप्ती का माध्यम है – महामंडलेश्वर श्री विवेकानन्द जी पुरी

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श्योपुर – ईपत्रकार.कॉम |मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति मंत्रालय एवं जन अभियान परिषद के समन्वय से प्रदेशभर में निकाली जा रही एकात्म यात्रा आज रामेश्वर त्रिवेणी संगम पहुची जहां जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यात्रा के प्रमुख संत एवं जुना अखाड़े के महामंडलेश्वर श्री विवेकानन्द जी पुरी महाराज ओकारेश्वर ने कहा कि माता पिता की सेवा ही मोक्ष का माध्यम है। इसलिए सर्व प्रथम माता पिता की सेवा करें। माता पिता ही प्रथम गुरू है। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर एवं अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री श्री श्री 1008 राधे-राधे बाबा, महंत श्री बालकदासजी महाराज, श्री तूफान सिंह, नई दिल्ली से आये प्रोफेसर श्री सतीश जी, विधायक श्री दुर्गालाल विजय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा जाट, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री अशोक गर्ग, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री महावीर सिंह सिसौदिया, श्री बिहारी सिंह सोलंकी, श्री रामलखन नापाखेडली, श्रीमति उमा शर्मा, श्री मूलचंद रावत, श्री धर्मेन्द मीणा, एकात्म यात्रा के प्रभारी श्री कैलाश नारायण गुप्ता, कलेक्टर श्री पीएल सोलंकी, पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह, जन अभियान परिषद की श्रीमती नेहा सिंह आदि उपस्थित थे।

जुना अखाड़े के महामंडलेश्वर श्री विवेकानन्द जी पुरी महाराज ने कहा कि एकात्म यात्रा का केन्द्र बिन्दु आदि गुरू शंकराचार्य जी महाराज है। जिसमें सभी संत समाज शामिल होकर ओकारेश्वर में 108 फीट उची प्रतिमा स्थापन के लिए गांव गांव जाकर धातु संग्रहण के कार्य में लगे हुए है। उन्होने कहा कि कलश के माध्यम से मिट्टी एवं धातु का संग्रहण आपका भाव है जो यात्रा के साथ ओकारेश्वर जायेगा। इस अवसर पर उन्होने अद्वेत मत के सिद्धात पर विचार व्यक्त किये तथा आदि गुरू शंकराचार्य जी महाराज के संन्यायी बनने का दृष्टांत सुनाया। उन्होने कहा कि 32 वर्ष की आयु में तीन बार सम्पूर्ण देश की परिक्रमा करने वाले शंकराचार्य महाराज ने एकात्मता का सिद्धात दिया। इस अवसर पर उन्होने आदि गुरू शंकराचार्य जी के जीवन वृतांत से लोगो को अवगत कराया तथा कई दृष्टांत दिये तथा जहां संत सभी बंसत की व्याख्या करते हुए उपस्थित जनसमुह को खुशहाल बने रहने का आर्शिवाद दिया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में भाजपा नेता श्री मूलचंद रावत द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। इसके साथ ही लालबहादुर शास्त्री संस्थान दिल्ली में अद्वैत दर्शन के विद्वान प्रो. सतीश राव ने आदि गुरू शंकराचार्य जी के दर्शन पर विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर एकात्म यात्रा के प्रभारी श्री कैलाशनारायण गुप्ता द्वारा भी उदबोधन दिया गया। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र मीणा तथा आभार भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अशोक गर्ग द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के अंत में विधायक श्री दुर्गालाल विजय द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को एकात्मता की शपथ दिलाई गई।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर श्री विवेकानन्द जी पुरी महाराज ने त्रिवेणी संगम घाट पर पहुचकर नमन किया। इसके उपरांत एकात्म यात्रा के दुर्गापुरी पहुची जहां समरसता भोज का आयोजन किया गया। इसके पूर्व श्योपुर से रवाना होने पर एकात्म यात्रा का रायपुरा, सोईकंला, बगडुआ, भोगिका तिराहा, जावदेश्वर, जैनी एवं मानपुर में अपार जनसमुह द्वारा भावभीना स्वागत किया गया तथा संतो के दर्शन लाभ प्राप्त कियें।

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