देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा ने टाटा संस से हटाए गए पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री और नुस्ली वाडिया के साथ विवादों के बीच शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि पिछले दो माह के दौरान उनकी व्यक्तिगत छवि को निश्चित तौर पर नुकसान पहुंचाने के प्रयास किया गया है। हालांकि सच्चई सामने आएगी, प्रक्रिया चाहे जितनी भी पीड़ादायक क्यों न हो। 24 अक्तूबर को मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद रतन टाटा को 103 अरब डॉलर के टाटा समूह का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया।
नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले इस समूह की कंपनी टाटा केमिकल्स के शेयरधारकों की बैठक के बीच रतन टाटा ने अपनी पीड़ा जाहिर की। उन्होंने कहा, पिछले दो माह में उनकी व्यक्तिगत और टाटा समूह की छवि को नुकसान पहुंचाने का निश्चित प्रयास किया गया है। इससे पहले, नुस्ली वाडिया को टाटा मोटर्स के बोर्ड से भी हटा दिया गया।
रतन टाटा ने यहां टाटा केमिकल्स के शेयरधारकों की बैठक में अपने विचार रखने के लिए हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा, ‘पिछले दो माह के दौरान, मेरी व्यक्तिगत छवि और इस महान टाटा समूह की साख को नुकसान पहुंचाने के लिये निश्चित रूप से प्रयास किये गये।’
उल्लेखनीय है कि मिस्त्री खुद को हटाए जाने के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और शुरू में समूह की अन्य कारोबारी कंपनियों के निदेशक मंडल में बने रहने पर अड़े रहे। इस दौरान रतन टाटा व साइरस मिस्त्री के खेमे में जुबानी जंग हुई और दैनिक आधार पर एक दूसरे के खिलाफ बयान जारी किए गए।
रतन टाटा ने कहा, ‘ये दिन बहुत ही अकेलेपन वाले रहे हैं क्योंकि अखबार उन हमलों से भरे हुए हैं जिनमें से ज्यादा निराधार लेकिन बहुत पीड़ादायक हैं।’ मिस्त्री टाटा समूह की कारोबारी कंपनियों के निदेशक मंडल से तो हट गए हैं लेकिन उन्होंने रतन टाटा व टाटा संस को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण में घसीटा है।
रतन टाटा ने कहा, ‘यह समूह 150 साल से है. यह कंपनी संचालन व समान अवसर पर आधारित है। मुझे लगता है कि सच्चाई सामने आएगी जो भी प्रक्रिया हो, जितनी भी पीड़ादायी प्रक्रिया हो.’ टाटा कैमिकल्स के बोर्ड की असाधारण आम बैठक मिस्त्री व उनके समर्थक स्वतंत्र निदेशक नुस्ली वाडिया को निदेशक मंडल से हटाने के प्रस्ताव पर विचार के लिए बुलाई गई थी। चूंकि मिस्त्री पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं इसलिए शेयरधारकों ने केवल वाडिया के बिंदु पर मतदान किया. टाटा ने कहा कि वे इस दौरान सभी शेयरधारकों से मिले समर्थन व स्नेह से अभिभूत हैं।
नुस्ली वाडिया ने मानहानि का मुकदमा किया
उद्योगपति नुस्ली वाडिया ने टाटा संस, इसके अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा व कुछ निदेशकों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करावाया है। वाडिया का आरोप है कि टाटा समूह की तीन कंपनियों से उन्हें हटाने के लिए जो विशेष प्रस्ताव लाए गए, उसमें उनके खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की गई। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के चेयरमैन वाडिया ने यह वाद अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया है।