डिंडोरी – ईपत्रकार.कॉम |प्रदेश के किसानों को कृषि उपज का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना प्रारम्भ की गई है। जिससे किसानो को फसलों के बाजार भाव में उतार-चढ़ाव होने पर उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा सके। मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना में आठ प्रमुख फसल, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मूंग, उड़द, मक्का और तुअर की फसलों को शामिल किया गया है। प्रदेश शासन के मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, श्रम, गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना की समीक्षा कर रहे थे। आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री अमित तोमर, एस.डी.एम. डिण्डौरी श्री अनिल सोनी, श्री संजय साहू सहित कृषि उपज मण्डियों के सचिव, सहित व्यापारीगण उपस्थित थे।
मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे ने कहा कि मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कृषि उपज को कृषि उपज मण्डी के प्रांगण में शासन द्वारा घोषित की गई अवधि/दिवस में विक्रय करना होगा। उन्होंने इस योजना के अंतर्गत किसानों की फसलों को गोदाम में भण्डारण करने तथा किसानों को आकस्मिक परिस्थितियों में ठहरने का प्रबंध करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। मंत्री धुर्वे ने कहा कि मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना के अंतर्गत लागू फसलों की खरीदी मण्डी प्रांगण में ही करें। उन्होंने मण्डी सचिवों को निर्देश दिए कि किसानों और व्यापारियों के लिए आवश्यक बैठक, पेयजल, शौचालय एवं केंटीन की व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। जिससे किसान और व्यापारियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
आयोजित बैठक में कहा गया कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान नियमित रूप से किया जायेगा। किसानों को 50 हजार रूपए तक की राशि का भुगतान नगद किया जा सके, इस संबंध में बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि किसानों को भुगतान करने के लिए मण्डी क्षेत्र की बैंकों में पर्याप्त राशि का प्रबंध करें। जिससे किसानों को उनकी उपज का भुगतान करने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। बैठक में मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि किसान मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के विक्रय के लिए साफ-सुथरा कृषि उपज लेकर आयें। उन्होंने किसानों की सुविधा के लिए कृषि उपज मण्डी में छन्ना, पंखा, प्रकाश एवं छाया की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।