अशोकनगर – (ईपत्रकार.कॉम) |मुख्यमंत्री भावान्तर योजना तथा खरीफ उपार्जन 2017-18 के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में किया गया। कार्यशाला में एन आई सी, खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी तथा जिले के समस्त सोसाइटी प्रबंधक तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर उपस्थित थे।
कार्यशाला में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्री एस के जैन द्वारा बताया गया कि भावान्तर भुगतान योजना किसानो के लिए लाभदायक है इसमें शासन द्वारा विहित प्रक्रिया अपनाकर फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा घोषित मंडियों की मॉडल विक्रय दर के अंतर की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में अंतरित की जाएगी। यह योजना सोयाबीन, मूँगफली, तिल, रामतिल, मक्का, उड़द, मूँग तथा तुअर फसलों पर लागू होगी। इस हेतु किसानों को उपार्जन केंद्रों पर पंजीयन कराना होगा तथा फसलों को अधिसूचित मंडियों में बेचना होगा। किसानों का पंजीयन 11 सितम्बर 2017 से 11 अक्टूबर 2017 के मध्य होगा।