कोलंबिया के खिलाफ फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप में गोल मारते हुए अपना नाम इतिहास के पन्नों में लिखवा चुके मिडफील्डर जैक्सन सिंह ने उस पल को ‘बेहतरीन अहसास’ बताया है। जैक्सन ने हालांकि बुधवार को कहा कि वह पूरा श्रेय खुद नहीं लेना चाहते हैं। जैक्सन ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं और अपनी टीम के साथियों का धन्यवाद करना चाहता हूं क्योंकि उन्हीं के दम पर मैं गोल कर पाने में सफल रहा। मैंने सिर्फ अपना खेल खेला। क्योंकि मैंने गोल किया है इसका मतलब ये नहीं की मुझे ही पूरा श्रेय दिया जाए। मेरे लिए यह अच्छा अहसास है साथ ही पूरी टीम के लिए।’
उन्होंने कहा, ‘मैं इस गोल को अपने माता-पिता को समर्पित करना चाहता हूं। मैंने अपनी मां से बात की। उन्हें मुझ पर गर्व है। मेरे पिता की तबीयत ठीक नहीं है उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन वह जानते हैं कि मैंने भारत के लिए गोल किया है।’ जैक्सन ने कहा कि उनके द्वारा बराबरी का गोल दागने के बाद तुरंत गोल खाना निराशाजनक था। उन्होंने कहा, ‘मैं उस समय काफी उत्सुक था। हम सभी अपने प्रशंसकों को मैच में हमारे लिए चिल्लाते देख रहे थे, लेकिन तुरंत बाद हमने एक और गोल खा लिया और यह अहसास टूटने जैसा था।’
उन्होंने कहा, ‘हम सभी के लिए यह खट्टा-मीठा अहसास था। काफी लोग थे जिन्होंने मुझे बधाई दी। मैं खुश था। हम सभी खुश थे। लेकिन दूसरी तरफ काफी निराशा थी क्योंकि हम वो परिणाम हासिल नहीं कर सके जिसके हम हकदार थे।’ भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में घाना जैसी मजबूत टीम से भिड़ना है। जैक्सन ने कहा कि मेजबान घाना का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा, ‘हम अपनी रणनीति के मुताबिक खेलेंगे। एक टीम के तौर पर हम लड़ने के लिए तैयार हैं। हम कोलंबिया के खिलाफ अच्छा खेले थे और घाना के खिलाफ भी यही करेंगे।’