Uncategorized मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन…… By Editor - January 10, 2018 0 जब रूह किसी बोझ से थक जाती है, एहसास की लौ और भी बढ़ जाती है, मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन, ज़ंजीर सी पाँव में छनक जाती है।