सिवनी- (ईपत्रकार.कॉम) |म.प्र. मानव अधिकार आयोग स्थापना दिवस जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष श्री एस.के. शर्मा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में जिला स्तर एवं तहसील स्तर पर 13 सितंबर को विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजित विचार गोष्टी जिला अधिवक्ता संघ के सभाकक्ष में मानव अधिकारों के संरक्षण में विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रासंगिकता विषय पर आधारित थी। जिसमें समस्त न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, पैरालीगल वालेन्टियर्स एवं पैनल लायर उपस्थित हुए।
विचार गोष्टी में श्री अखिलेश यादव अधिवक्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए मानव अधिकारों का इतिहास उसकी आवश्यकता एवं विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम का मानव अधिकार संरक्षण में भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किये। पैनल अधिवक्ता श्री अरविन्द ब्राम्हभट्ट ने भी मानव अधिकारों की महता पर प्रकाश डाला। तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश श्री एम.के. लढिया ने गीत के माध्यम से मनुष्य मात्र में भाईचारे का संदेश देते हुए मानव अधिकारों के रक्षा की बात कही। अंत में जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री एस.के. शर्मा ने मानव अधिकार से संबंधित बहुत से घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मानव अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता से कार्य करने पर मानव अधिकारों के उल्लघंन को रोका जा सकता है।
आपने बंदियों के अधिकार महिलाओं के अधिकारों पर भी प्रकाश डाला एवं विधिक सेवा प्राधिकरण मानव अधिकारों के संरक्षण में हर संभव कार्य करेगा इस बात का विश्वास दिलाया। अंत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भी आशीष श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश श्री वी.पी.सिंह भी उपस्थित थे। प्रतिधारक अधिवक्ता श्री नारायण बोपचे ने भी संबोधन किया। कार्यक्रम में जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री विजय कुमार खोब्राागढे एवं श्री प्रदीप कुमार गढेवाल, कु. काव्या बर्वे, कु. गुलफशा अली सहायक ग्रेड तीन एवं अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।