राज्य सरकार पिछड़े वर्गों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के कल्याण एवं उत्थान के लिए प्रतिवृद्ध है

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कलेक्टर श्री तरूण राठी ने कहा कि राज्य सरकार पिछड़े वर्गों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के कल्याण एवं उत्थान के लिए प्रतिवृद्ध है। आवश्यकता इस बात की है कि पिछड़े वर्ग के लोग शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने हेतु आगे आए। कलेक्टर श्री राठी ने उक्त आशय के विचार आज जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में प्रदेश के पूर्व मंत्री स्व.श्री रामजी महाजन की स्मृति एवं सम्मान में आयोजित श्री रामजी महाजन स्मृति दिवस कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्व.श्री रामजी महाजन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अपनी श्रृद्धांजलि दी। कार्यक्रम में पिछड़े वर्ग के गणमान्य नागरिक सहित जनप्रतिनिधियों आदि उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री राठी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वीर पुरूष चले जाते है, लेकिन अपने पद चिन्ह छोड़ जाते है। हमारा दायित्व है कि हम उनके बताए हुए पद चिन्हों एवं आदर्शों पर चलें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ पिछड़े वर्गों के आर्थिक शैक्षणिक एवं सामाजिक उत्थान हेतु प्रतिवृद्ध है। लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने हेतु हमें आगे आना होगा।

श्री राठी ने कहा कि पिछड़े वर्ग को आरक्षण के लाभ से हमारे बच्चे विभिन्न पदों पर समाज एवं देश की सेवा कर रहे है। उन्होंने पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति, गृह आवास भत्ता, प्रतियोगी परीक्षाओं के पूर्व प्रशिक्षण की सुविधाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग की जीविका कृषि पर आधारित होने के कारण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि लाभ का धंधा कैसे बने एवं पांच वर्ष में किसान की आय कैसे दोगुनी हो, इसके लिए रोडमेप तैयार किया गया है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री माखनलाल राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषित रामजी महाजन पुरस्कार के रूप में 16 लोगों को एक-एक लाख रूपए की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदाय की जाती है। यह पुरस्कार 08 महिला एवं 08 पुरूषों को प्रदाय किया जाएगा। वर्ष 2011-12 में रामजी महाजन पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती नवप्रभा पडेरिया ने कहा कि स्व.रामजी महाजन के विचार एवं सोच को ध्यान में रखकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु तहसील स्तर पर कस्तूरबा कन्या छात्रावास शुरू किए गए।

डॉ. महेन्द्र कुमार महाजन ने कहा कि रामजी महाजन महामानव थे। उन्होंने कहा कि दरिद्र नारायण की सेवा करना ही, सबसे बड़ी सेवा है। लक्ष्मण सिंह मजपुरिया ने कहा कि स्व.महाजन ने ही सर्वप्रथम आर्दश सामूहिक विवाह शुरू किए। श्री हरि सिंह कुशवाह ने कहा कि हमें पिछड़े वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु जागरूक करना होगा। एडवोकेट श्री विनोद धाकड़ ने कहा कि पिछड़ा वर्ग समाज को बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए लड़का एवं लड़की में कोई भेदभाव नहीं करना होगा। श्री ओमकार लोधी ने कहा कि स्व. महाजन गरीबों के मसीहा होने के साथ-साथ जननेता भी थे। श्री शंकरलाल कुशवाह ने कहा कि स्व.महाजन आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन हम उनकी स्मृति को स्थाई बनाने हेतु अधिक से अधिक पौधरोपण करें। श्री गोविंद सिंह ने कहा कि स्व.महाजन ने पूरी संपत्ति जनता के हित में दान की। श्री भागीरथ कुशवाह ने कहा कि श्री महाजन के नाम पर किसी छात्रावास का नामकरण हो। श्री रामजीलाल कुशवाह ने कहा कि स्व.महाजन के पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए जो सपने शेष थे, उन्हें राज्य सरकार पूरा कर रही है। कार्यक्रम में मण्डल संयोजक श्री सुरेन्द्र सिंह ने पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन श्री गिरीश मिश्रा ने किया। शुरू में स्व.महाजन के चित्र पर उपस्थित जनों ने माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित की।

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