चम्बल संभाग के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेने आये राज्य के मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह अपने अमले के साथ सीधे कलेक्ट्रेट कार्यालय मुरैना पहुंचे, जहां उन्होंने सीधे एस.डी.एम. मुरैना कार्यालय के राजस्व प्रकरणों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाये गए लम्बित प्रकरणों पर मुख्य सचिव ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि आपको दो माह का समय दिया जा रहा है। अगर दो माह के अन्दर शतप्रतिशत राजस्व प्रकरणों का निराकरण नहीं किया गया तो आप सभी की खैर नही। उन्होने उपस्थित अधिकारियों को कहा कि प्रकरणों को लम्बित रखने की प्रवृति पर कड़ाई से अकुंश लगाया जाये। उन्होंने डयवर्सन सहित सभी राजस्व वसूलियों में कड़ाई बरतने के भी निर्देश दिये। मुख्य सचिव के साथ राजस्व सचिव श्री हरिरंजन राव और श्री पी नरहरि, प्रमुख राजस्व आयुक्त श्री रजनीश श्रीवास्तव तथा भू- अभिलेख आयुक्त श्री एम.के. अग्रवाल ने भी तहसीलदार, नायब तहसीलदार को न्यायालय के प्रकरणों का निरीक्षण किया।
मुख्य सचिव ने एस.डी.एम. मुरैना के न्यायालय में दायर पंजी और उसमें दर्ज प्रकरणों का अवलोकन किया। उनके द्वारा पाये गए लम्बित प्रकरणों पर अप्रसन्नता व्यक्त की गई। रिकार्ड के अभाव में लम्बित पड़े प्रकरणों पर मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि जिन प्रकरणों के सम्बन्ध में राजस्व रिकार्ड की आवश्यकता महसूस होती है वह रिकार्ड रूम अथवा न्यायालय से समय सीमा में मंगाकर प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने ‘‘अदम पैरवी‘‘ दर्ज कर प्रकरण निराकृत करने की प्रवृति पर अकुंश लागाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने राजस्व अधिकरियों से आगाह किया कि वे अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाये। अन्यथा लापरवाही के लिए गंभीर परिणाम भुगताने के लिए तैयार रहे।
मुख्य सचिव ने डायवर्सन शुल्क वसूली की कमी पर भी चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि डायवर्सन शुल्क अधिरोपित की गई है, उसकी कड़ाई के साथ वसूली सुनिश्चित की जाए। राजस्व विभाग के सचिव श्री पी नरहरि ने तहसीलदार श्री नरेश गुप्ता के न्यायालय के अ-76 प्रकरणों की स्थिति को देखा। उन्होंने अलमारी खुलवाकर अलमारी में रखे बस्तों को खुलवाकर पुराने राजस्व अभिलेखों का भी निरीक्षण किया। जिसमें पुरानी पंजिया पाई गई। यह नस्तियाँ रिकार्ड रूम में जमा होना थी। डी पंजी का भी रिकार्ड जमा होना नहीं पाया गया। मौके पर श्री नरहरि ने डायवर्सन, नजूल वसूली की नस्ती मंगवाकर निरीक्षण किया। इसी तरह राजस्व सचिव श्री हरिरंजन राव, प्रमुख राजस्व आयुक्त श्री रजनीश श्रीवास्तव, आयुक्त भू- अभिलेख श्री एम.के. अग्रवाल ने न्यायालयों के निरीक्षण के दौरान साथ दिया। मौके पर मुरैना कलेक्टर श्री भास्कर लाक्षाकार, भिण्ड कलेक्टर श्री इलैया राजा टी, भू- अभिलेख के संयुक्त आयुक्त श्री आर.पी. भारती सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।