धर्म की दृष्टि से देखा जाये तो पीपल के पेड़ का खास महत्व रहा है पर क्या आप जानते है कि जिस प्रकार पीपल के पेड़ को हम अपने कष्टों को हरने वाला मानकर पूजा करते है उसी प्रकार ये हमारे शरीर के रोगों को दूर कर सभी कष्टों का निवारण करता है। आज हम आपको पीपल के पेड़ से जुड़े उन तथ्यों के बारे में बता रहे है जो हमारे शरीर के रोगों के दूर करने में सहायक होते है और हमें शरीर में होने वाली हर समस्या से निजात दिलाते है।
फायदेमंद है पीपल का पेड़
पीपल का पेड़ ही एक ऐसा पेड़ है जिससे हमें ऑक्सीजन पूरे समय मिलती है। यह हमारे शरीर के लिए शुद्ध ऑक्सीजन देता है। इसके साथ ही कई बीमारियों का उपचार भी होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण हमारे शरीर के रोगों दूर करने के सबसे अच्छे कारक माने गए है।
झुर्रियों से बचाव
पीपल की जड़ों में एंटीऑक्सीडेंट गुणों की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो शारीरिक दोषों को दूर कर शरीर को निरोग बनाने का काम करती है। इसकी जड़ो के पीसकर बनाया गया लेप त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है इससे त्वचा में होने वाली झुर्रियां दूर होती है।
दांतों के लिए
पीपल की छाल में कत्था और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर मिश्रण तैयार कर लिया जाये तो यह आपके दांतों के कष्टों का दूर करने का सबसे अच्छा प्राकृतिक उपाय माना जाता है। इस मिश्रण का उपयोग नियमित रूप से दातों पर करने से दांतों का दर्द ,उसका हिलना, दांतों की सड़न और उससे होने वाली बदबू जैसी समस्या को दूर किया जा सकता है। यह दांतों की हर समस्या का सबसे अच्छा उपचार है।
दमा में फायदेमंद
पीपल की छाल के अन्दर के भाग को निकालकर सुखा लें सूखने के बाद इसे पीसकर एक महिन पाउडर बना लें, इस पाउडर को आप दमा रोगी को दे इससे काफी अराम मिलेगा।
दाद-खाज खुजली में फायदेमंद
शरीर में होने वाले चर्मरोग को दूर करने के साथ दाद, खाज, खुजली को दूर करने के लिए भी आप पीपल के मुलायम पत्तों को चबाकर खाएं या इसके छाल से बनाया गया काढ़ा पीए। ये दोनों शरीर के चर्मरोगों को दूर करने में सहायक होते है।
फटी एड़ियों के लिए
पैरों की फटी पड़ी एड़ियों की होने वाली समस्या को दूर करने के लिए आप पीपल की पत्ती में से निकले दूध को नियमित रूप से रोज लगाये जल्द ही पैर की एड़िय सुंदर मुलायम हो जायेगी।
घावों को भरे
गहरे से गहरे घावों को भरने के लिए पीपल के पत्ते एक दवाई के रूप मे काम करते है। पीपल की ताजी पत्तियों को गर्म करके घावों पर लगा लें। इससे घाव को अराम मिलेगा और जल्द ही वह भरने लगेगा।
जुकाम होने पर
काफी समय से चली रही सर्दी जुकाम से निजात पाने के लिए पीपल के कोमल पत्तों को सुखाकर उसका पानी के साथ काढ़ा बना लें। इस काढ़े में पीसी हुई मिश्री भी मिला लें और गुनगुने करके पीए सर्दी जुकाम से काफी अराम मिलेगा।
नकसीर होने पर
लगातार नाक से निकल रहे खून के रोकने के लिए आप पीपल के ताजे पत्तों का रस निकालकर नाक में टपकाए, इससे नाक से लगातार बह रहा खून रूक जायेगा और नकसीर जैसी समस्या से आराम मिलेगा।