गुरुवार को AIADMK की महासचिव वीके शशिकला ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव के मुलाकात करके सरकार गठन का दावा पेश किया। हालांकि राज्यपाल ने शशिकला को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर अपने अगले कदम को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है। वहीं तमिलनाडु के वर्तमान मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि लोग शशिकला को सबक सिखाएंगे। पनीरसेल्वम ने शशिकला पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दिवंगत सीएम जयललिता के साथ विश्वासघात किया है।
पनीरसेल्वम ने दिया शशिकला के पुराने लेटर का हवाला
मुख्यमंत्री ने कहा, शशिकला कह रही हैं कि मैंने विश्वासघात किया। 2012 में अम्मा को उनके द्वारा लिखा गया पत्र ही बताएगा कि किसने अम्मा और पार्टी के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने गुरुवार को समर्थकों के सामने पत्र पढ़ते हुए दावा किया कि शशिकला ने खुद माना था कि जो उनके परिजनों एवं दोस्तों के किया वह माफ करने के लायक नहीं है और एक बड़ा विश्वासघात है। मुख्यमंत्री ने साथ ही पूछा कि उन्हें दिवंगत मुख्यमंत्री के घर में जगह देकर क्या शशिकला ने विश्वासघात नहीं किया।
उन्होंने दावा किया कि शशिकला ने तब कहा था कि वह सार्वजनिक जीवन में खुद को शामिल नहीं करना चाहतीं और ना ही सत्ता या पदों में उनकी रूचि है। लेकिन अब वह नाटक कर रही हैं और सत्ता हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं अम्मा के निधन के बाद पार्टी हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री बनने पर सहमत हुआ था।
पनीरसेल्वम को समर्थन की पेशकश नहीं: स्टालिन
द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने इससे इनकार किया कि उनकी पार्टी ने मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को समर्थन की पेशकश की है। स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया कि सही समय पर एक उचित निर्णय किया जाएगा। स्टालिन ने अपनी पार्टी की एक उप महासचिव सुब्बुलक्ष्मी जगदीशन की ओर से व्यक्त किये गए इस विचार से पार्टी को अलग किया कि द्रमुक पनीरसेल्वम को बिनाशर्त समर्थन की पेशकश करेगा। स्टालिन ने कहा, द्रमुक उनके विचार से सहमत नहीं है।
राज्यपाल लेंगे कानूनी सलाह
बुधवार को राज्यपाल राव से कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की भेंट के कुछ घंटे बाद शशिकला राजभवन में उनसे मिलीं। उन्होंने सरकार गठन का दावा करते हुए उन्हें पत्र सौंपा। इस पत्र में उन विधायकों के नाम हैं जिन्होंने उन्हें रविवार को अन्नाद्रमुक विधायक दल का नेता चुना था। शशिकला ने अन्नाद्रमुक विधायकों के अलग अलग समर्थन पत्र भी सौंपे। वैसे फिलहाल इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है कि राज्यपाल क्या करेंगे लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार वह कोई भी कदम उठाने से पहले और कानूनी राय लेना चाहेंगे।
शशिकला द्वारा उन्हें विश्वासघाती कहे जाने पर पलटवार करते हुए पनीरसेल्वम कहा कि वेदा निलयम पोएस गार्डन घर से जयललिता ने जिन लोगों को 2011 में निकाल दिया था, उन्हें जगह देकर शशिकला ने अम्मा के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि जयललिता के घर को स्मारक घोषित किया जाना चाहिए, जहां शशिकला अब भी रह रही हैं। उनके निजी सामान की सुरक्षा की जानी चाहिए। पनीरसेल्वम ने कहा, उसे स्मारक घोषित करने के संघर्ष की दिशा में यह पहला कदम है।