बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खार और पाकिस्तानी अभिनेत्री महिरा खान अभिनीत फिल्म ‘रईस’ शुक्रवार को रिलीज हो गई है। लेकिन ‘रईस’ की रिलीज के बाद भी अभिनेता शाहरुख की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। ‘रईस’ की रिलीज को लेकर गुजरात और छत्तीसगढ़ में भारी विरोध हो रहा है। वही छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर फाड़कर प्रदर्शन किया।
इस सिलसिले में गुजरात पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया हैं। वलसाड ग्रामीण थाने के पुलिस अधिकारी पी के पटेल ने बताया कि सिने पार्क थियेटर में उक्त फिल्म के प्रदर्शन का विरोध कर रहे चार लोगों को गुजरात पुलिस अधिनियम की धारा 68 के तहत हिरासत में ले लिया गया। ज्ञातव्य है कि कथित तौर पर अहमदाबाद के शराब माफिया और अंडरवर्ल्ड डॉन अब्दुल लतीफ पर आधारित इस फिल्म की गुजरात के कच्छ और अहमदाबाद में शूटिंग के दौरान भी विरोध हुआ था।
शुक्रवार को सूरत शहर में भी कई स्थानों पर राष्ट्रसेना नाम के एक संगठन ने इसके विरोध में पोस्टर लगाए हैं। विश्व हिन्दू परिषद ने भी फिल्म प्रदर्शन का खुलेआम विरोध किया है। उधर भाजपा शासित वडोदरा महानगरपालिका के मेयर भरत डांगर ने अपने फेसबुक पोस्ट में पाकिस्तानी कलाकार (अभिनेत्री माहिरा खान) की उपस्थिति वाली इस फिल्म को सरहद पर भारतीय जवानों पर पाकिस्तान के हमले तथा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदर्शित करने को लेकर सवाल उठाया है।
उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म के औचित्य पर भी सवाल खड़े किए हैं। ज्ञातव्य है कि वडोदरा स्टेशन पर ही दो दिन पहले ट्रेन में सवार होकर शाहरूख की ओर से रईस का प्रचार करने के दौरान मची भगदड़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी तथा दो पुलिसकर्मी बेहोश हो गए थे।
फिल्म निर्माता और निर्देशक ने इस फिल्म के लतीफ के जीवन पर आधारित होने की बात से इंकार किया है हालांकि लतीफ के बेटे मुश्ताक ने इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटा रखा है। उसका दावा है कि फिल्म निर्देशक राहुल ढोलकिया फिल्म बनने से पहले उसके पास आये थे और उसके पिता के जीवन के बारे में जानकारी मांगी थी।