शिक्षित लोगों को समाज के वंचित वर्ग की मदद करनी चाहिए, तभी वे राष्ट्र निर्माता बन सकेंगे। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बुधवार को दिल्ली के जीसस एंड मेरी कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर विशेष बल दिया। कहा कि जब एक शिक्षित महिला देश में आर्थिक तौर पर अपना योगदान देती है तो इसका समाज पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस लिहाज से लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना और भी जरूरी है।
उन्होंने चौथी औद्योगिक क्रांति के बाद हुए नाटकीय बदलावों के बारे में भी बात की। साथ ही कहा कि डिजिटलीकरण और रोबोट के आने के बाद भले ही कुछ नौकरियां खत्म हो गई हैं, लेकिन उससे भी कहीं ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं। अब हम इस बदलाव को किस रूप में लेते हैं यह हमारी शिक्षा पर निर्भर करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा का मतलब केवल ज्ञान और डिग्री नहीं है। शिक्षा का मतलब है और लोगों को शिक्षित करना, तभी एक मजबूत समाज का निर्माण होगा।