कोल्हापुर में ‘पद्मावती’ के सेट पर लगी आग में सिर्फ़ कॉस्ट्यूम्स नहीं, बल्कि डिज़ाइनर्स की महीनों की मेहनत जलकर ख़ाक़ हो गई है। ये कॉस्ट्यूम्स फ़िल्म की एक ख़ास सीक्वेंस के लिए बड़ी तादाद में तैयार किए गए थे, जिन्हें लगभग 50 जूनियर आर्टिस्टों को पहनना था।
दिल्ली की डिज़ाइनर जोड़ी रिंपल और हरप्रीत नरूला इस फ़िल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं। संजय लीला भंसाली ऐसे कॉस्ट्यूम्स चाहते थे, जो सिर्फ़ कपड़े ना लगें, बल्कि बोलते हुए से दिखें। इन्हें तैयार करने में डिज़ाइनर्स ने बारीक़ से बारीक़ चीज़ों का ध्यान रखा था और कई महीनों तक कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने बताया है कि सेट पूरी तरह जलकर बर्बाद हो गया है। हालांकि नुक़सान का आंकलन अभी तक नहीं किया गया है। फायर ब्रिगेड पहुंचने में देर होने की वजह से ज़्यादा कुछ बचाया नहीं जा सका। जूनियर आर्टिस्ट्स के लिए बड़ी तादाद में कॉस्ट्यूम्स रख गए थे, क्योंकि आर्मी का एक सीन शूट होना था।
आग में सब कुछ ख़त्म हो जाने के बाद अब डिज़ाइनर्स को नए सिरे से मेहनत करनी होगी। रिंपल ने बताया कि इन कॉस्ट्यूम्स को बनाना आसान नहीं होगा। डिटेलिंग का ध्यान रखने के लिए हर शख़्स की माप के मुताबिक़ कॉस्ट्यूम्स बनाए गए थे। ‘पद्मावती’ की शूटिंग कोल्हापुर ज़िले के पन्हाला क़स्बे से क़रीब 15 किमी दूर मसईपठार इलाक़े में की जा रही है। घटना मंगलवार रात क़रीब 2 बजे की बताई जाती है, जब कुछ लोगों का हुजूम फ़िल्म के सेट पर पहुंच गया। सेट पर तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी गई। मौक़े पर फ़िल्म से जुड़ा क्रू या स्टार कास्ट मौजूद नहीं थी, पर कुछ सुरक्षाकर्मी थे, जिनके साथ मारपीट किए जाने की ख़बर है।
बता दें कि ‘पद्मावती’ की शूटिंग के दौरान ये दूसरी घटना है, जब सेट पर लोगों ने तोड़फोड़ और हंगामा किया है। इससे पहले 27 जनवरी को जयपुर के जयगढ़ क़िले में शूटिंग के दौरान करणी सेना के सदस्यों ने तोड़फोड़ मचाई थी और संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी की थी। तब भंसाली यूनिट के साथ मुंबई लौट आए थे और कोल्हापुर को शूटिंग के लिए चुना।