सब्जी उत्पादन फलदार वृक्ष एवं दूधारू पशुपालन को बढ़वा देवें :- अनुराग चौधरी

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  सिंगरौली- (ईपत्रकार.कॉम) |किसानों कि उत्तम खेती हो तथा किसानों के आय बढ़ाने की दृष्टि से ऐसी कार्ययोजना तैयार करे कि सीमांत लघु किसानों के सीमीत सधानों से फसल उत्पादन में वृद्धि हो सके उक्त आशय का निर्देश कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी के द्वारा कलेक्ट्रेट सभा में आयोजित आत्मा गवर्निग के बैठक के दौरान कृषि विभाग उद्यानिकी विभाग पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया। कलेक्टर के द्वारा किसानों कि उत्पादन एवं आय वृद्धि में संसाधनों एवं तरीको पर चर्चा किया गया। तथा निर्देश दिया गया की योजना बनाकर इस तरह से कार्य करने का प्रयास किया जाय कि किसानों को खेती के साथ-साथ  अन्य संसाधनों से भी किसानों कि आय बढ़े।

 फलदार वृक्षों पर दिया जाय प्रोत्साहनः- कलेक्टर के द्वारा यह सुझाव दिया गया कि किसानों को फलदार वृक्ष अधिक से अधिक लागाए जाने हेतु प्रेरित किया जाय जिसमे कटहल, आम, अमरूद, जामुन, मुनगा, आमला आदि फलदार वृक्षों लगाते है उन किसान लगाते है उनको प्रत्साहित किया जय।

कम पानी में भी अधिक उत्पादन देने वली फसलों को दे बढ़वाः- कलेक्टर के द्वारा यह भी सुझाव दिया गया कि कम पानी में भी अधिक उत्पादन देनें वाली फसलें जैसे सरसो, मसूर, चना, अरहर, उढ़द, आदि एसी फसलें जो कम पानी में भी अधिक उपज दे ऐसी  फसल लगवानें हेतु कार्य योजना तैयार किया जाय।

 शहरी क्षेत्रों के आस पास दुग्ध फल फूल के व्यवसाय को देवे बढ़वाः- शहरी क्षेत्र के आस पास के किसानों को डेयरी, एवं फल, के साथ-साथ फूलों की खेती कर अधिक से अधिक उत्पादन करने हेतु किसानों को प्रेरित किया जाय।

 दूधारू पशु पालन हेतु दिया जाय बढ़वाः– बैठक के दौरान यह भी सुझाव दिया गया कि अच्छी किस्म के दूधारू पशु पालन करने हेतु साथ ही साथ कृतिम गर्भधान अभियान चलाकर करे एवं बकरी पालन पर भी प्रोत्साहित किया जाय।
   

देशी अण्डा एवं पोलट्री फार्म के कार्य हेतु करे प्रोत्साहितः- कलेक्टर के द्वारा देशी अण्डा के साथ साथ पोलट्री फार्म के व्यावसय पर भी प्रोत्साहित किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया।

   सब्जी एवं मशाला कि खेती को दिया जाय बढावाः- कलेक्टर के द्वारा किसानों को अधिक से अधिक सब्जियो का उत्पादन के साथ साथ मसालों कि खेती के लिए प्रोत्साहित करे साथ ही किसान जितने क्षेत्रफल में खेती करना चाहे उसे करने हेतु प्रेरित करे एवं उत्तम सब्जी के साथ साथ मशाला के उत्पादन के समय में समय समय पर तकनिकि एवं अधिक उपज के संबंध में जानकारी दिया जाय।
 

नदी नालो में पानी बंधन हेतु तैयार करे कर्य योजनाः– कलेक्टर के द्वारा जिले में कम वर्षा होने के कारण चिन्ता व्यक्त करते हुए निर्देश दिये की नदी नालों में पानी को रोकने हेतु कार्य योजना अभी से तैयार किया जाय तथा पानी के बहाव को शीघ्र रोका जाय इस कार्य योजना में इन विभागों के अलावा सिचाई विभाग डब्ल्यू आर डी विभाग के साथ साथ अच्छ विद्युत व्यवास्था हेतु विद्युत विभाग को भी जोड़ा जाय।

मछली उत्पदान पर भी दिया जाय बढ़ावाः- कलेक्टर के द्वारा अच्छे तालाबों के साथ साथ अन्य तालाबो को भी चिन्हीत कर मछली उत्पादन किये जाने हेतु संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि एक सप्ताह अंदर तालाबो कि सूची तैयार करे एवं उत्पादन को बढ़ाए जाने हेतु कार्य योजना तैयार की जाय।

  आदर्श ग्राम को करे चायनितः- कलेक्टर के द्वारा अपनी मंशा को जाहित करते हुए कहा कि ऐसे आदर्श ग्राम का चयन किया जाय जहा के किसान ऐसी खेती करे जो अन्य गावों के किसानों के लिये आदर्श बनें। अन्त में कलेक्टर के द्वारा अधिकारियों के प्रति यह विश्वास मानते हुए कि समयाअन्तर्गत सौपे गए दायित्वों का निर्वाहन किया जाएंगा त्त पश्चात बैठक समप्त कि गई।
बैठक के दौरान उपसंचालक कृषि अशीष पाण्डेय, पशु चित्किसा अधिकारी एस.एमपी शर्मा, उद्यानिकी अधिकारी श्री आर.ए साकेत, डॉ. जैय सिंह नोडल अधिकारी श्री अखिलेश चौबे, वैज्ञानिक कृषि विकास केन्द्र, डॉ. राजीव श्रीवास्ताव एस.के मिश्रा, डॉ. लवकेश सिंह,के.एल बर्मा, मोहम्मद समसेद परवेज, एमत्रपी कुम्हार, कश्यप मिश्रा, के.एस चौहान, भारत सिंह, डॉ. नरेन्द्र के.के साकेत, एस.एन सोनी, कमलेश जयशवाल आदि उपस्थित रहे।

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