अल्प वर्षा के चलते जिले में जल संकट की आहट से प्रशासन सहित आमजन चिंतित है। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि मौजूदा वर्षाजल को बचाया जाए। हमारे आस-पास मौजूद जल स्त्रोंतों का पानी व्यर्थ न जाए और वह निस्तारी उपयोग के लिए सुरक्षित रहे। जिला प्रशासन आमजन में यह चेतना लाने का कार्य काफी दिन पहले से कर रहा था। कलेक्टर श्री शशांक मिश्र बार-बार लोगों के बीच जाकर पानी के संरक्षण का संकल्प दिला रहे थे। 27 अगस्त को जिला प्रशासन के प्रयास काफी सकारात्मक रूप से फलीभूत होते नजर आए, जब एक ही दिन में महाअभियान चलाकर जिले में सैकड़ों की संख्या में बोरी बंधान बनाकर नदी-नालों में बहते हुए पानी को रोका गया। इतना ही नहीं स्टाप डेमों में कड़ी-शटर लगाने का कार्य भी इस अभियान के तहत किया गया। नगरीय क्षेत्रों में बहते नलों में टोंटियां भी लगाई गई, ताकि भविष्य में इनसे पानी फालतू न बह सके। इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिले में रविवार को सुबह विभिन्न स्थानों पर जागरूकता रैलियां भी आयोजित की गईं।
कलेक्टर के निर्देश पर 27 अगस्त को जिले में वर्षा जल के संरक्षण हेतु बोरी बंधान का निर्माण, स्टॉप डेम में कड़ी शटर लगाने का कार्य एवं अन्य माध्यमों से जल को संरक्षित करने का कार्य व्यापक पैमाने पर किया गया। कलेक्टर ने इस कार्य हेतु विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों सहित 63 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की थी। समस्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं नोडल अधिकारी अपने प्रभार के क्लस्टर ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत एवं ग्राम का भ्रमण करने पहुंचे तथा अपील के माध्यम से नागरिकों से अपने क्षेत्र में बहते हुए जल की एक-एक बूंद को संरक्षित करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही पंचायत के आसपास के नदी-नालों में बह रहे जल को तत्काल रोकने हेतु सामूहिक प्रयास किए गए। नगरीय क्षेत्रों में भी नालों एवं कुओं की साफ-सफाई करवाई गई। साथ ही बहते पानी को रोकने के लिए कार्य किए गए। भविष्य में भी यह अभियान निरंतर जारी रखा जाएगा।