डिंडोरी – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्री अमित तोमर ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक ली। उन्होने सर्वप्रथम समय-सीमा पत्रकों की समीक्षा की और शिकायतों को समय-सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होने बैठक में सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों का नियमित रूप से मॉनीटिरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों का निराकरण लेबल-1 एवं लेबल-2 पर ही करना सुनिश्चित करें। सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों मे आवेदक की संतुष्टि भी दर्ज कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने आयोजित बैठक में जनसुनवाई के प्रकरणों का भी नियमित रूप से निराकरण करने को कहा। सोमवार को समय-सीमा की बैठक में एसडीएम डिण्डौरी श्री अनिल सोनी, एसडीएम शहपुरा श्री व्ही.के.कर्ण, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज लारोकर सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में खाद्य विभाग, मत्स्य विभाग, वन विभाग, अजीविका मिशन, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग, महिला एवं बालविकास विभाग, शिक्षा विभाग, जनअभियान सहित अन्य विभागों के विभागीय कार्यो एवं निर्माण कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आनन्दम योजना, हितग्राहियों को पेंशन प्रकरण का वितरण एवं स्वीकृति के संबंध में समीक्षा की। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय कार्यो एवं योजनाओं की नियमित रूप से मॉनीटिरिंग करें। कलेक्टर ने जनअभियान परिषद से आगामी दिनों के लिए मेलो का आयोजन करने के संबंध में जानकारी ली। उन्होने इस अवसर पर नर्मदा नदी के तट पर घाटों का निर्माण के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होने नर्मदा परिक्रमा पथ के लिए महत्वपूर्ण स्थानों को चिन्हित करने को कहा। कलेक्टर ने इसके बाद कौशल्या योजना की भी समीक्षा की।
14 सितम्बर को लगेगा रोजगार मेला:-
जिले के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए 14 सितम्बर को कृषि उपज मंडी डिण्डौरी में रोजगार मेला का आयोजन किया जायेगा। कलेक्टर श्री अमित तोमर ने रोजगार मेला में अधिक से अधिक युवक एवं युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सभी अधिकारियों को व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि समस्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी एवं सभी विकासखण्डों के परियोजना अधिकारी अपने स्तर पर रोजगार मेला का प्रचार-प्रसार करें। जिससे जिले के बेरोजगार युवक एवं युवती रोजगार मेला का लाभ उठा सकें।