नई दिल्ली: नव नियुक्त रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। वह देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं। हांलाकि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी रक्षा मंत्री रह चुकी हैं लेकिन उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अपने पास रखा था। सीतारमण सुबह साढ़े दस बजे साउथ ब्लॉक पहुंची और रक्षा मंत्रालय का कामकाज संभाला। इस मौके पर पूर्व रक्षा मंत्री अरूण जेटली भी मौजूद थे।इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का मुझ पर विश्वास दिखाने और यह पोर्टफोलियो देने के लिए शुक्रिया। सुरक्षाबलों के परिवार और उनका कल्याण मेरी पहली प्राथमिकता है।
नरेंद्र मोदी कैबिनेट में रविवार को हुए फेरबदल में उन्हें प्रोन्नत कर रक्षा मंत्री बनाया गया था। हालांकि इसी दिन अरुण जेटली को जापान रवाना होना था, जिससे वह रक्षा मंत्री का कार्यभार नहीं संभाल पाईं थीं।
जापान जाने से पहले जेटली ने कहा था, ‘मैं आज रात जापान यात्रा पर जा रहा हूं। सामान्यतया नए रक्षामंत्री को जाना चाहिए था, लेकिन रविवार होने की वजह से अंतिम क्षणों में ऐसा संभव नहीं हो सका। जापानी प्रधानमंत्री के भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच यह काफी महत्वपूर्ण सुरक्षा वार्ता है, इसलिए बदलाव उपयुक्त नहीं है। मैं अगले दो दिनों तक वार्ता पूरी होने तक रक्षा मंत्री के तौर पर कार्य करूंगा। वार्ता समाप्त होते ही सीतारमण पदभार संभाल लेंगी।’
रक्षामंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद रैपिड एक्शन फोर्स की महानिदेशक सीमा डुंडिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘इस सकारात्मक कदम से गर्व महसूस हो रहा है। एक महिला रक्षा मंत्री होने का मतलब यह है कि वह अपने किसी समकक्ष से कम नहीं है।’