रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आतंकवादी कश्मीर घाटी से भाग रहे हैं और वे दशकों तक लोगों को आतंकित नहीं कर सकते। पहले हजारों की तादाद में आतंकवादी नियंत्रण रेखा पार करते थे लेकिन अब ये संख्या घट गई है और सुरक्षा बल वहां पर हावी हैं। उन्होंने कहा कि मैं महसूस करता हूं कि घाटी में हथियारबंद आतंकवादी अब काफी दबाव में हैं और अब वे वहां से भाग रहे हैं। बता दें कि सुरक्षाबल इन दिनों घाटी में आतंकियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन ऑल आउट चला रही है। रविवार को भी सुरक्षाबलों ने हिज्बुल मुजाहिदीन के चीफ कमांडर यासीन इत्तू समेत 3 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया।
उन्होंने दावा किया कि आज कोई बड़ा आतंकवादी यह सपना नहीं देख सकता कि वो आतंकी गतिविधियों को अंजाम देकर घाटी को दशकों तक आतंक के साये में रख सके, क्योंकि आज उनकी जिंदगी घटकर कुछ महीनों की रह गई है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस की मेहनत के लिए तारीफ करी |
जेतली ने कहा कि हम भारत को रक्षा निर्माण के क्षेत्र में वैश्विक शक्ति बनाना चाहते हैं और इसके लिए हम निजी क्षेत्र को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम लोग इसके साथ ही अपनी ऑॢडनेंस फैक्ट्रीज (आयुध कारखाने) और रक्षा से जुड़े सार्वजनिक उपक्रमों को मजबूत भी कर रहे हैं।रक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि देश के अंदर कुछ ऐसी ताकतें हैं जो कि सुरक्षा बलों की आलोचना कर देश को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री जेटली ने अगले साल के बजट के बारे में कहा, ‘अगले साल मेरी 2 शीर्ष प्राथमिकताएं रहेंगी, राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण भारत।’