इंडिया में अधिकांश लोग खुद को फिट रखने के लिए ग्रीन टी पीते हैं। ग्रीन टी बेस्वाद होने के कारण कई लोगों को पसंद नहीं आती और कई लोग इससे बहुत जल्दी ऊब भी जाते हैं। फिर भी ग्रीन टी का विकल्प नहीं होने के कारण लोग ग्रीन टी पीने के लिए मजबूर हैं। अगर आप भी इन मजबूर लोगों में शामिल हैं तो समझ जाइए कि आपकी मजबूरी खत्म होने वाली है। ग्रीन टी का विकल्प या यूं कहें कि ग्रीन टी से भी बेहतर है माचा चाय।
क्या है माचा चाय
माचा चाय एक तरह की जापानी चाय है। माचा चाय ने बहुत ही कम समय में अपनी सुपर फूड क्वालिटी के कारण दुनियाभर में लोगों की पसंदीदा चाय बन गई है। ये एक पाउडर की बनी हुई ग्रीन टी है जिसे जापान की पारंपरिक चाय सेरेमनी में इस्तेमाल किया जाता है। इस चाय को तैयार करने के लिए लंबी प्रक्रिया होती है।
ग्रीन टी से अलग
माचा चाय ना ही तो ग्रीन टी जैसी है और ना ही आपको इसमें टी-बैग्स या ब्रीयू फॉर्म मिलेंगे। ग्रीन टी चाय की पत्तियों को एक्सट्रैक्ट करके बनाया जाता है। जबकि माचा चाय की पत्तियों से बने पाउडर की बनती है।
फायदेमंद है ये
माचा चाय काफी हेल्दी चाय है जो आपको कैंसर और मोटापे जैसी बीमारियों से बचाने का काम करती है। इस चाय में कैंसर के घटकों से लड़ने की ताकत होती है। साथ ही ये बॉडी में बॉडी फैट को जलाने का काम भी करती है। माचा चाय पर किए गए शोध में ये बात सामने आई है कि अगर इस चाय को 12 हफ्ते तक रोज पीएं तो बॉडी फैट मॉस काफी कम हो जाता है। इससे बॉडी वेट और कमर का साइज भी कम हो जाता है। माचा चाय को वर्तमान में ओबेसिटी से लड़ने वाला चाय भी कहते हैं।
इस कारण है फायदेमंद
इस चाय में मौजूद पॉलिफिनॉल नाम का एन्टीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रैडिकल्स के हानि से बचाता है।
कार्डियोवसकुलर डिज़ीज से बचाता है।
हार्ट को हेल्दी बनाती है।
एल-थियानीन नाम का एन्टीऑक्सिडेंट आपके दिमाग को संतुलित रखने में मदद करता है।
ये चाय पीने से शरीर में डोपामाइन और सेरोटोनीन नाम के हार्मोन बनते हैं जो मूड को बेहतर बनाते हैं।
इसमें मौजूद एपीगैलोकैटचीन गैलेट (epigallocatechin gallate) एन्टीऑक्सिडेंट कैंसर से बचाता है।
ये चाय आपके मेटाबॉलिज़्म को तेज करता है।