ऐपल ने जब आईफोन लॉन्च किया था, उससे पहले भी ऐसे फोन्स बाजार में उपलब्ध थे, जिनमें ऐप्स का प्रयोग किया जा सकता था, लेकिन आईफोन ने किसकदर एक स्मार्टफोन को बेहतर ढंग से परिभाषित किया, यह हम सभी जानते हैं।
अब आईफोन अपनी 10वीं ऐनिवर्सरी मना रहा है। iPhone ने स्टेटस सिंबल और एक खास सेगमेंट की दीवार तोड़कर आम लोगों के दिलों में जगह बनाई है। ऐपल के सीईओ टिम कुक ने कहा, ‘कंपनी की तरफ से बेस्ट अभी आना बाकी है।’
बता दें कि पहला आईफोन साल 2007 में लॉन्च किया गया था। उस वक्त कंपनी के CEO स्टीव जॉब्स थे। 2007 में लॉन्च हुए iPhone 1 (फर्स्ट जेन) से iPhone 7 के सफर के दौरान इसमें काफी बदलाव किए गए। आंकड़ों के मुताबिक15 महीने में ऐपल ने पहली जेनरेशन के 61 लाख आईफोन बेचे थे।
कैसा था पहला आईफोन…
ऐपल के तत्कालीन CEO स्टीव जॉब्स ने तीन डिवाइसेज के कॉम्बिनेशंस के साथ आईफोन लॉन्च किया था। यानी, इसमें टचस्क्रीन आईपॉड, रेवॉल्यूशनरी मोबाइल फोन और ट्रूली मोबाइल वेब ब्राउजर शामिल था। इस आईफोन में 3.5 इंच की स्क्रीन दी गई थी, जिसका 320 x 480P रेजॉल्यूशन डिस्प्ले था। उस वक्त यह किसी स्मार्टफोन की बेस्ट डिस्प्ले स्क्रीन थी। फोन में 2MP कैमरा दिया गया था। वहीं, इसकी इंटर्नल मेमरी 8GB थी। इसमें थर्ड पार्टी ऐप्स नहीं लिए जा सकते थे। ऐप्स के लिए कंपनी ने अपना अलग ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया था।
बिक्री में कमी तो CEO की सैलरी में कटौती…
बता दें कि टिम कुक के साल 2016 के वेतन में 15 प्रतिशत की कटौती की गई है। कंपनी ने यह निर्णय उसकी वार्षिक बिक्री में 15 साल में पहली बार गिरावट आने के चलते किया है। सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज को भेजी जानकारी के अनुसार, कंपनी ने कहा कि वर्ष 2016 में उसने कुक को 87.5 लाख डॉलर वेतन-भत्तों का भुगतान किया, जो 2015 में दिए गए 1.03 करोड़ डॉलर से कम है। कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2016 में आईफोन की बिक्री में 2007 के बाद पहली बार कमी आई है।