पाक अधिकृत कश्मीर में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसलिए नियंत्रण रेखा (LOC) पर तैनात भारतीय जवान और भी सतर्क हो गए हैं। एलओसी से सटे जंगलों और पैदल रास्तों पर मौजूद पेड़ों पर तख्तियां लगाई गई हैं, जिस पर सेना के स्नाइपर्स का ड्यूटी मंत्र लिखा हुअा है।
दुश्मन शिकार, हम शिकारी
सीमा पर तीन स्तरीय बाड़ के निकट देवदार के पेड़ पर टंगे प्लाईबोर्ड की ओर इशारा करते हुए निशानेबाज राम सिंह (बदला हुआ नाम) कहते हैं, ‘‘लक्ष्मण रेखा (एलओसी) के उस पार मौजूद दुश्मन मेरा शिकार है और मैं उसका शिकारी हूं। हम लक्ष्मण रेखा को पार करने की जुर्रत करने वालों के लिए इसी मकसद के साथ काम करते हैं।’’ सिंह और यहां तैनात दूसरे निशानेबाज बहुत अच्छी तरह प्रशिक्षित और सटीक निशाना लगाने वाले सैनिक हैं।
सीमा की हर हरकत पर नजर
सीमा की नजदीक की चौकियों पर तैनात जवानों और अफसरों का भी उत्साह स्नाइपरों जैसा ही है। घने जंगलों, गहरी खाई और पथरीले पहाड़ों वाला नौशेरा सेक्टर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तानी सेना के निशाने पर है। एलओसी के नजदीक भारतीय इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम के बारे में बताते हुए सेना के कंपनी कमांडर ने कहा कि हम एलओसी, आगे की चौकियों और सीमा से सटे संवेदनशील इलाकों पर बाज सी नजर रखते हैं। हम दुश्मनों को एक भी मौका नहीं देना चाहते।
LOC पर 26 बार सीजफायर
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पुंछ और राजौरी सेक्टर में बीते कुछ हफ्तों में हालात बेहद खराब हो चले हैं। लगातार सीजफायर उल्लंघन, चौकियों पर गोलीबारी और स्नाइपरों की फायरिंग की वजह से अफसर से लेकर जवान, सभी बेहद चौकन्ने हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने एलओसी पर 26 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। इसमें चार सैनिक और पांच आम नागरिक घायल हो गए।