नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) आज मौद्रिक नीति पेश करेगा। आज ब्याज दरों में कटौती होगी या नहीं इस पर से पर्दा उठ जाएगा। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की मंगलवार को बैठक शुरू हो गई। ब्याज दर में कटौती की उम्मीद के बीच यह इस समिति की तीसरी समीक्षा बैठक है। ब्याज दर में कमी को लेकर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है।
हालांकि अभी तक बैंक इस पर खुलकर कुछ भी नहीं कह रहे हैं लेकिन माना जा रहा है कि आर.बी.आई. ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। अगर नीतिगत ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट से 6 फीसदी तक की कटौती होती है तो यह नवंबर 2010 के बाद से सबसे निचले स्तर पर होगा।
अगर आर.बी.आई. की ओर से ब्याज दरों में कटौती की जाती है तो लोन लेने की योजना बना रहे लोगों को बड़ा फायदा मिल सकता है। आर.बी.आई. के फैसले की वजह से बैंकों को भी ब्याज दरें घटानी पड़ेंगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि नीतिगत ब्याज दर में कटौती होती है तो बाकी बैंकों पर भी ब्याज दर कम का दवाब बनेगा। दूसरा पहलू यह है कि बैंकों ने जनवरी में ही ब्याज दरों में कटौती की थी, ऐसे में अगर फिर से ब्याज दरें घटाई गईं तो लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत होगी और लोन लेने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।