भारतीय रेलवे हर रोज करीब 11,000 ट्रेन चलाती है, जिनमें से 7000 पैसेंजर ट्रेन हैं। रेलवे से संबंधित कई ऐसे तथ्य है जो सामने दिखने के बावजूद भी किसी कोड की तरह छुपा होता है। रेल द्वारा सराफ करने के लिए जब भी हम आरक्षित टिकट लेते है अथवा सामान्य टिकट से सफ़र करते हैं तो प्लेटफोर्म पर ट्रेन की सूचना उसके नाम से पहले रखे गये ट्रेन नंबर से दी जाती है। सभी सवारी ट्रेन का नंबर बड़ा खास होता है।
महज ट्रेन नंबर से ट्रेन के बारे में तमाम जानकारियां पता चल जाती हैं। जैसे ट्रेन सुपरफास्ट है या नहीं, कहां से आ रही है, कहां जा रही है आदि। आज हम आपको ट्रेन नंबर से उसको पहचाने का बतायेंगे जिसे जानने के बाद आपको ट्रेन को उसके नंबर से ही पहचान जायेंगे।
समझिए ट्रेन नंबर का पूरा गणित
यात्रियों की सहूलियत के हिसाब से भारतीय रेलवे ने 20 दिंसबर 2010 को ट्रेन के 4 डिजिट नंबर को 5 डिजिट नंबर में तब्दील कर दिया था। जानिए ट्रेन का सबसे पहले डिजिट का क्या होता है मतलब। ट्रेन नंबर का पहला डिजिट 0 से लेकर 9 तक हो सकता है और हर एक का अलग मायना होता है।
पहला डिजिट-
0: जिस भी ट्रेन नंबर में पहला डिजिट जीरो लगा हो उसका मतलब वह ट्रेन स्पेशल ट्रेन के तौर पे चलाई जा रही है।
1: जिस भी ट्रेन नंबर में पहला डिजिट 1 हो तो वह लंबी दूरी की ट्रेन को दर्शाता है।
2: यह भी लंबी दूरी की ट्रेन को दर्शाता है, लेकिन ऐसा तब होता है जब ट्रेन का पहला डिजिट (4 डिजिट नंबर में से) 1 से शुरू होता है।
3: यह कोलकाता सब अर्बन ट्रेन के बारे में बताता है।
4: यह चेन्नई, नई दिल्ली, सेक्युंदराबाद और अन्य मेट्रोपॉलिटन शहर को दर्शाता है।
5: कन्वेंशनल कोच वाली पैसेंजर ट्रेन।
6: मेमू ट्रेन।
7: यह डूएमयू और रेलकार सर्विस के लिए होता है।
8: यह मौजूदा समय में आरक्षित स्थिति के बारे में बताता है।
9: यह मुंबई क्षेत्र की सब-अर्बन ट्रेन के बारे में बताता है।
ट्रेन नंबर का दूसरा और उसके बाद के डिजिट
ट्रेन नंबर के दूसरे और उसके बाद के डिजिट का मतलब उसके पहले डिजिट के अनुसार ही तय होता है। किसी ट्रेन के पहले डिजिट 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार डिजिट रेलवे जोन और डिवीजन को बतलाते हैं। जानिए किस जोन का क्या है नंबर।
0 नंबर- कोंकण रेलवे
1 नंबर- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
2 नंबर- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी तो दर्शाता है। इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं
3 नंबर- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
4 नंबर- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
5 नंबर- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
6 नंबर- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
7 नंबर- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
8 नंबर- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
9 नंबर- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे
तो इस हिसाब से अगर आपकी ट्रेन का नंबर 12397 है तो (2397- बिहार के गया से नई दिल्ली तक चलने वाली महाबोधी सुपरफ़ास्ट ट्रेन)
1- आपकी ट्रेन लंबी दूरी की है।
2- आपकी ट्रेन सुपरफास्ट है।
3- नंबर- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
97- अप गाड़ी का नंबर है। इसी तरह वापसी में इस गाड़ी का नंबर 98 हो जाएगा।