स्वस्थ शरीर में सैकड़ों प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। ये बैक्टीरिया केवल तभी हानिकारक बनते हैं जब शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है। एक मजबूत इम्यून सिस्टम इन बैक्टीरिया को नियंत्रित करता है और उन्हें हानि पहुंचाने से रोकता है। मौसमी उतार-चढ़ाव, जैसे तेज धूप, घनघोर बारिश, और उमस भरी गर्मी, इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा, पानी जमने, कीचड़ और गंदगी की वजह से खाद्य पदार्थों के दूषित होने का खतरा बढ़ जाता है।
मौसमी बीमारियाँ और किडनी पर प्रभाव
मौसमी बीमारियाँ, जैसे फूड प्वॉइजनिंग और यूरिन इंफेक्शन, अधिक आम हो जाती हैं। इन बीमारियों से किडनी पर भी प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से, ई. कोलाई नामक बैक्टीरिया, जो इंटेस्टाइन और यूरिनरी ट्रैक को प्रभावित करता है, किडनी की सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इस बैक्टीरिया से पेट में छोटे अल्सर और बुखार हो सकते हैं, जिससे किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
मॉनसून के मौसम में लापरवाही से किडनी को गंभीर नुकसान हो सकता है। हाई बीपी और डायबिटीज जैसी स्थितियाँ किडनी की गंभीर बीमारियों के लिए जिम्मेदार होती हैं। यूरिक एसिड, स्टोन, और हाई क्रिएटिनिन लेवल जैसी समस्याएं भी आम हैं। इसलिए, किडनी की सेहत को बनाए रखने के लिए सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है।
किडनी की सेहत बनाए रखने के उपाय
- नियमित व्यायाम से किडनी की सेहत में सुधार होता है और वजन नियंत्रण में रहता है।
- मोटापा किडनी फेलियर के जोखिम को 7 गुना बढ़ा सकता है। इसलिए, वजन पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है।
- धूम्रपान किडनी की सेहत को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे त्यागना चाहिए।
- पानी का उचित सेवन किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
- जंकफूड का सेवन किडनी की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
- अधिक पेनकिलर का सेवन किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए इसे कम से कम उपयोग करें।
- तनाव किडनी की बीमारियों को बढ़ा सकता है। तनाव को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
- ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने से किडनी पर बुरा असर कम होता है।
- योग से एनर्जी, बीपी, वजन, शुगर नियंत्रण, नींद, और मूड में सुधार होता है, जो किडनी की सेहत के लिए फायदेमंद है।
- इन उपायों को अपनाकर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं और मौसमी बीमारियों से बच सकते हैं।